पाकिस्तान के हरफनमौला शाहिद अफरीदी ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने के अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा है कि उनके भीतर पांच दिनी क्रिकेट खेलने का संयम नहीं है.
अफरीदी ने हालांकि कहा कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंग्लैंड में पिछले साल श्रृंखला पूरी किये बिना अपने टेस्ट कैरियर पर विराम नहीं लगाना चाहिये था. उन्होंने कहा, ‘मेरा फैसला एकदम सही था. मुझे नहीं लगता कि मेरा रवैया टेस्ट खेलने वाला है. मुझे लगता है कि मेरी जगह उन खिलाड़ियों को चुना जाना चाहिये जो टेस्ट क्रिकेट के अनुकूल हों.’
अफरीदी ने पिछले साल लॉर्डस पर ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार के बाद टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था. उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तान के टेस्ट कप्तान अपनी मर्जी से नहीं बने बल्कि टीम के हित में उन्हें यह पद संभालना पड़ा. उन्होंने कहा, ‘मैं कप्तान नहीं बनना चाहता था लेकिन दबाव में बनना पड़ा. मैं पीछे नहीं हटना चाहता था क्योंकि टीम कठिन दौर से गुजर रही थी.’
अफरीदी ने कहा, ‘मैने हालांकि साफ कर दिया था कि जिस दिन मुझे इसमें मजा नहीं आयेगा, मैं पद छोड़ दूंगा. मुझे हालांकि पहले टेस्ट के बाद ऐसा नहीं करना चाहिये था लेकिन मुझे लगा कि टेस्ट क्रिकेट मेरे लिये है ही नहीं.’