पूर्व दूरसंचार मंत्री अरुण शौरी ने 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले के बारे में कई अहम खुलासे किए हैं. अरुण शौरी ने कहा कि उन्होंने 2जी स्पेक्ट्रम आबंटन में गड़बडि़यों के बारे में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को करीब 18 माह पहले ही आगाह कर दिया था.
अरुण शौरी ने इंडिया टुडे के संपादकीय निदेशक एम. जे. अकबर से आजतक के कार्यक्रम 'सीधी बात' के दौरान ये बातें कहीं. शौरी ने खुलासा किया कि उन्होंने प्रधानमंत्री को व्यक्तिगत रूप से 2जी स्पेक्ट्रम में अनियमितताओं की पूरी जानकारी दी थी और उन्हें ठोस साक्ष्य भी मुहैया कराए थे.
घटनाक्रम की विस्तार से जानकारी देते हुए अरुण शौरी ने बताया कि सबसे पहले एक जर्नलिस्ट ने उनसे संपर्क कर जानकारी दी कि वह स्पेक्ट्रम आबंटन में अनियमितताओं और इसमें ए. राजा की भूमिका के बारे में तथ्य जुटा रहा है. उन्होंने पाया कि दी गई जानकारियां तथ्यों पर आधारित थीं. इसमें घोटाले से संबंधित हर मिनट का पूरा ब्योरा था.
अरुण शौरी ने कहा कि उन्होंने संसद में प्रधानमंत्री से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर सारी बातों की जानकारी दी. उन्होंने मनमोहन सिंह को बताया कि किस तरह एक बेदाग नेतृत्व के बावजूद सरकार के भीतर गड़बडि़यां हो रही हैं, जो कि किसी के लिए भी अच्छा नहीं है. {mospagebreak}उन्होंने यह भी बताया कि ए. राजा के एक बेहद करीब व्यक्ति ने ही सारे तथ्य उजागर किए थे. बात में प्रधानमंत्री ने इस बाबत कोई पहल नहीं की.
अरुण शौरी ने कहा कि बाद में उन्होंने सीबीआई के निदेशक अश्विनी कुमार को सारे उपलब्ध सबूत सौंपे. सीबीआई ने पहल करते हुए तथ्यों की पड़ताल शुरू की. सीबीआई ने संबंधित व्यक्ति से पूछताछ भी की, लेकिन कुछ माह बाद जांच करने वाले अधिकारी का तबादला हो गया और फिर इस मामले में कोई प्रगति नहीं हुई. उन्होंने कहा कि सीबीआई एक सरकारी विभाग जैसा काम करती है.
('सीधी बात' कार्यक्रम आजतक पर 13 फरवरी, 2011 को रात 8 बजे प्रसारित किया जाएगा. )