मुंबई में हुए बम विस्फोटों की कड़ी निंदा करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि साजिशकर्ताओं को जल्द न्याय के कठघरे में लाने के लिए अथक प्रयास किये जाने चाहिए. उन्होंने वादा किया कि सरकार भविष्य में हमलों को रोकने के लिए वह सबकुछ करेगी, जो उसके अधिकार क्षेत्र में है.
हालात का जायजा लेने पहुंचे मनमोहन ने कहा कि वह मुंबई की जनता को पहुंचे सदमे तथा उनकी नारागजी को समझते हैं और कहा, ‘मैं उनकी पीड़ा, वेदना और गुस्से में शामिल हूं.’ उन्होंने बताया कि विस्फोटों में मारे गये लोगों के परिजनों को उन्होंने दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है और घायलों को एक-एक लाख रुपये प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दिये जाएंगे.
प्रधानमंत्री संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ मुंबई पहुंचे. उन्होंने एक बयान में कहा, ‘मेरे पास आतंकवाद के इस बर्बर कृत्य की निंदा के लिए शब्द नहीं हैं जिसके नतीजतन मुंबई में निर्दोष लोगों की जान चली गयी और लोग घायल हुए.’ इस आपदा का शिकार हुए लोगों के प्रति अपनी गहन संवेदना और सहानुभूति प्रकट करते हुए सिंह ने कहा, ‘मैं मुंबई की जनता के साथ एकजुटता दिखाने यहां आया हूं.’
उन्होंने जनता को यह आश्वासन भी दिया, ‘सरकार भविष्य में इस तरह के हमलों को रोकने के लिए वो सबकुछ करेगी, जो उसके अधिकार क्षेत्र में है.’ प्रधानमंत्री सिंह ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण से कहा है कि साजिशकर्ताओं का पता लगाने के लिए अथक तरीके से अपने प्रयासों और संसाधनों का समन्वय जारी रखें.
उन्होंने कहा, ‘उन्हें जल्द से जल्द न्याय के कठघरे में लाया जाना चाहिए और उस कानून के दायरे में लाना चाहिए, जिसे उन्होंने तोड़ा है.’ इस दिशा में सभी नागरिकों से सहयोग का आहवान करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा शोकाकुल परिवारों का हम पर यह एहसान है. प्रधानमंत्री ने कहा कि जनता की एकता और ताकत हमें विभाजित करने व सभ्य जीवनशैली को नुकसान पहुंचाने के प्रयासों को पराजित करेगी.
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों ने शहर में तीन जगह हुए विस्फोटों से बने हालात से निपटने के लिए तेजी से कार्रवाई की है. सिंह ने कहा कि समय की जरूरत घायलों को दवाओं तथा उनकी अन्य तात्कालिक जरूरतों पर ध्यान देना है.
उन्होंने कहा, ‘मैंने राज्य सरकार से कहा है कि हर तरह का सहयोग दिया जाए ताकि ये परिवार इस आपदा से उबर सकें और अपनी जिंदगियों को फिर से संवार सकें.’ प्रधानमंत्री विस्फोटों से संबंधित घटनाक्रम पर नजर रख रहे हैं. उन्होंने बुधवार रात इस बाबत चिदंबरम और चव्हाण से बातचीत भी की.