भारत की चार गुणा 400 मीटर महिला रिले टीम ने शुक्रवार को फिर से अपनी ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक हासिल करके लगातार दूसरी बार एशियाई खेलों की इस स्पर्धा का खिताब जीता.
अनुभवी मनजीत कौर, सिनी जोस, अश्विनी चिदानंदा और मनदीप कौर की भारतीय चौकड़ी ने तीन मिनट 29.02 सेकेंड का समय निकालकर सोने का तमगा जीता. भारतीय टीम ने चार साल पहले दोहा और हाल में दिल्ली में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में भी स्वर्ण पदक जीता था. अश्विनी का यह इन एशियाई खेलों में दूसरा स्वर्ण पदक है. इससे पहले उन्होंने गुरुवार को महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़ में भी पीला तमगा हासिल किया था.
कजाखस्तान ने तीन मिनट 30.03 सेकेंड का अपना सर्वश्रेष्ठ समय निकालकर रजत जबकि चीन ने इस सत्र में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन तीन मिनट 30.89 सेकेंड के साथ कांस्य पदक जीता. भारत की तरफ से अनुभवी मनजीत कौर ने शुरुआत की और उन्होंने कजाखस्तान की मारिया मासिलियोंको की चुनौती समाप्त करते हुए अंतिम क्षणों में बढ़त हासिल कर ली जिसे बाद में उनकी साथियों ने आखिर तक बरकरार रखा.
भारत की तरफ से अंतिम स्थान पर दौड़ने वाली मनदीप कौर को बीच में कजाख धाविका ओल्गा तेरेसकोवा से चुनौती मिली लेकिन अंतिम 50 मीटर में भारतीय धाविका ने बढ़त बना ली और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा. भारत का यह एथलेटिक्स में पांचवां स्वर्ण पदक है.
इस तरह भारत के स्वर्ण पदकों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है जबकि कुल पदकों की संख्या 59 हो चुकी है जो पिछले एशियाई खेलों की तुलाना में 6 ज्यादा है.