मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुरैना जिले में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी नरेन्द्र कुमार की हुई कथित हत्या की न्यायिक जांच की घोषणा की है.
मुख्यमंत्री ने मंत्रालय पर मुख्य सचिव अवनि वैश्य, पुलिस महानिदेशक नदंन दुबे एवं अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ घटना की समीक्षा करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘अवैध उत्खनन को पकड़ने के लिए आईपीएस नरेन्द्र कुमार ने बहादुरी का परिचय दिया, सरकार उनकी शहादत को प्रणाम करती है, हमने इस घटना की न्यायिक जांच के निर्देश दिए हैं.’
उन्होने प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस से इस मामले में घृणित राजनीति नहीं करने की अपील करते हुए कहा कि खनिज माफिया जैसे नाम लेकर कांग्रेस इस प्रदेश को बदनाम करने का प्रयास कर रही है. इस बारे में कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह द्वारा दिल्ली में दिए बयान पर प्रतिक्रिया पूछने पर उन्होने कहा कि वह उनके बयानों पर टिप्पणी करना उचित नहीं समझते हैं, क्योंकि उन्हें वह भरोसे के लायक नहीं मानते हैं.
चौहान ने कहा कि प्रदेश में सरकार अवैध उत्खनन के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है और आईपीएस नरेन्द्र कुमार भी इसी कार्रवाई को अंजाम दे रहे थे. अपना कर्तव्य पूरा करने में उन्होने जान की बाजी लगा दी और उनकी इस शहादत को हम सलाम करते हैं. उन्होने कहा कि दुख की इस घड़ी में पूरी सरकार उनके परिवार के साथ खड़ी है और जो भी आवश्यकता होगी, उसके अनुसार सहायता की जाएगी.
एक सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि प्रदेश में खनिज माफिया जैसी कोई चीज नहीं है. अवैध उत्खनन के खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है. विपक्ष को चाहिए कि वह एक अधिकारी की शहादत पर राजनीति नहीं करे और सरकार को बदनाम करने का काम नहीं करे. उन्होने कहा कि घटना की न्यायिक जांच में सभी तथ्यात्मक पहलू सामने आ जाएंगे.