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आईएसआई, पाक सेना और आतंकी साठगांठ का पर्दाफाश’

सेना के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि कश्मीर में घुसपैठ करने के दौरान हुई एक आतंकवादी की गिरफ्तारी से आईएसआई, पाकिस्तानी सेना और आतंकी संगठनों की साठगांठ का पर्दाफाश हो गया है.

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सेना के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि कश्मीर में घुसपैठ करने के दौरान हुई एक आतंकवादी की गिरफ्तारी से आईएसआई, पाकिस्तानी सेना और आतंकी संगठनों की साठगांठ का पर्दाफाश हो गया है.

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चिनार कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल एस. ए हसनैन ने यहां जारी एक बयान में कहा, ‘पाकिस्तानी नागरिक और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी निसार अहमद की गिरफ्तारी से कश्मीर में घुसपैठ कर आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए पाकिस्तानी युवकों को प्रशिक्षित करने और उन्हें हथियार देने में आईएसआई, पाकिस्तानी सेना और आतंकी संगठनों की साठगांठ का पर्दाफाश हो गया है.’

कराची निवासी अली रहमान के बेटे निसार को शुक्रवार को माछिल से कश्मीर में अवैध रूप से दाखिल होने के दौरान गिरफ्तार किया गया था. प्रारंभिक पूछताछ में निसार ने सेना को बताया कि उसे मनशेरा स्थित लश्कर के प्रशिक्षण शिविर में शुरुआती प्रशिक्षण दिया गया.

बयान के अनुसार, ‘निसार उन 12 आतंकियों के समूह का हिस्सा था, जिन्हें पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के प्रशिक्षकों के एक समूह ने सभी तरह के हथियार, विस्फोटक और संचार उपकरणों के इस्तेमाल का प्रशिक्षण दिया था. प्रशिक्षण शिविर में उनका कमांडर अब्दुल्ला शाहीन था.’

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पूछताछ में उसने बताया कि मनशेरा में प्रशिक्षण के बाद उन लोगों को जामगढ़ के प्रशिक्षण शिविर ले जाया गया और उसके बाद माछिल सेक्टर के सामने स्थित केल सैन्य क्षेत्र ले जा कर प्रशिक्षित किया गया. उसने बताया कि उनमें से सात लोगों को माछिल के रास्ते कश्मीर में दाखिल होने के लिए चुना गया.

बयान के अनुसार, ‘पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के अधिकारियों के एक दल ने घुसपैठ से पहले उनसे बात की। उन्हें पर्याप्त धन और खाने की सामग्री दी गई.’ गौरतलब है कि भारतीय सेना के साथ इन आतंकियों की मुठभेड़ के दौरान निसार एक नाले में गिर गया, जिसके बाद उसने आत्मसमर्पण कर दिया.

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