प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भारतीय अंतरिक्ष एवं अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को 100वें अंतरिक्ष अभियान की सफलता पर बधाई दी. इस अभियान के तहत रविवार को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में दो विदेशी उपग्रहों के साथ भारतीय रॉकेट का प्रक्षेपण किया गया.
इस अवसर पर मौजूद प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं दो विदेशी उपग्रहों सहित ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान सी 21(पीएसएलवी-सी21) के प्रक्षेपण का साक्षी बन खुश हूं. मैं सभी भारतवासियों की तरफ से अंतरिक्ष बिरादरी को बधाई देता हूं.
उन्होंने कहा कि भारत बड़ी कठिनाइयों से उबरा है और उसे विश्व स्तरीय सुविधाएं तैयार करने वाले अपने अंतरिक्ष वैज्ञानिकों पर गर्व है. मनमोहन सिंह ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं कि इसरो नई ऊंचाइयों को छूएगा.
श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से रविवार सुबह 9.51 बजे 44 मीटर लम्बे और 230 टन भार वाले पीएसएलवी-सी21 रॉकेट को प्रक्षेपित किया गया. यह रॉकेट अपने साथ दो विदेशी उपग्रह फ्रांस के 712 किलोग्राम भार वाले एसपीओटी-6 और जापान के 15 किलोग्राम वाले लघु उपग्रह प्रायटेरेस भी अपने साथ ले गया.