इनकम टैक्स डिपार्टमेंट अब मल्टी स्क्रीन मीडिया यानी एमएसएम से जवाब तलब करने वाला है. सूत्रों के मुताबिक, एमएसएम से पूछा जाएगा कि उसने वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप यानी डब्ल्यूएसजी को किए गए भुगतान पर टीडीएस का भुगतान क्यों नहीं किया.
एमएसएम का नाम पहले सोनी इंटरटेनमेंट टेलीविजन था. इसने डब्ल्यूएसजी की मॉरीशस शाखा को फैलिसिटेशन फी के रूप में चार सौ पच्चीस करोड़ रुपये का भुगतान किया था. एमएसएम ने नौ साल के लिए आईपीएल मैचों के टेलीकास्ट राइट्स हासिल करने के लिए डब्ल्यूएसजी से 1.63 अरब डॉलर का करार किया था.
डब्ल्यूएसजी को दिए गए चार सौ पच्चीस करोड़ इसी का हिस्सा था. इस रकम पर टीडीएस का भुगतान नहीं किया गया था. आयकर विभाग अब इसी बात की जांच करने जा रहा है.
आयकर विभाग के सूत्रों का कहना है कि बीसीसीआई की ओर से डब्ल्यूएसजी को टेलीकास्ट राइट्स देने के लिए जो डील हुई थी, उस पर बीसीसीआई के अधिकारियों ने नहीं, ललित मोदी ने दस्तखत किए थे.