अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया अलकायदा का आतंकवादी इलियास कश्मीरी ‘लश्कर-ए-ओसामा’ नाम से एक नए आतंकी संगठन बनाना चाहता था ताकि ओसामा बिन लादेन की मौत का बदला लेने के लिए हमले किय जा सकें.
समाचार पत्र ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ के मुताबिक इस संगठन के जरिए कश्मीरी पूरे पाकिस्तान में आत्मघाती हमले करने और दूतावासों एवं राजनयिकों को निशाना बनाने की साजिश रच रहा था. बीते तीन जून को कश्मीरी अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया था. उसके संगठन हरकतुल जेहाद-अल-इस्लामी (हूजी) ने भी कश्मीरी के मारे जाने की पुष्टि की थी.
अखबार ने खबर दी है कि कश्मीरी ने नया आतंकी संगठन बनाने के लिए ‘तकरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान’ (टीटीपी) के आतंकवादियों के साथ एक बैठक भी की थी. इस बैठक में कश्मीरी के अलावा असमतुल्लाह माविया, अमजद फारूकी और बदर मंसूर जैसे आतंकवादी मौजूद थे. इन तीन आतंकवादियों को बम हमले करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी.
मंसूर को लाहौर और पंजाब तथा फारूक को इस्लामाबाद एवं पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को दहलाने की जिम्मेदारी दी गई थी. पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों ने कश्मीरी की इस योजना का पता लगा लिया था. बाद में कश्मीरी ने अपना स्थान बदल लिया.
एजेसियों ने पाकिस्तान में हमले की योजना के बारे में आगाह किया था. कश्मीरी अमेरिका, चीन सउदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के दूतावासों पर हमले की योजना बनाई थी. वह सबसे पहले इस्लामाबाद में अमेरिकी दूतावास पर बड़ा हमला करना चाहता था.