चीन के प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ ने आज कहा कि भारत और चीन एक-दूसरे के ‘प्रतिस्पर्धी’ नहीं हैं और दोनों के बीच समृद्धि एवं तरक्की की व्यापक संभावनायें मौजूद है. दोनों देशों की कंपनियां 16 अरब डालर मूल्य के समझौते करने वाली हैं.
भारत.चीन के बीच ‘नाजुक’ संबंधों को मजबूत करने के लिए तीन दिवसीय भारत दौरे पर आज यहां पहुंचे वेन ने गर्मजोशी के साथ कहा, ‘भारत में मेरी यात्रा मित्रता और सहयोग की यात्रा है. भारत में चीन के राजदूत चांग यान ने कल कहा था कि दोनों देशों के ‘नाजुक संबंधों’ में ‘खास ख्याल रखने’ की जरूरत है.
कल प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ शिखर वार्ता करने की तैयारी कर रहे वेन ने चीन और भारत के बीच ‘ड्रैगन’ और ‘हाथी’ की तुलना को भी खारिज किया.
यहां उद्योग मंडलों द्वारा आयोजित एक बैठक में दोनों देशों के उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए वेन ने कहा, ‘चीन और भारत सहयोग के लिए साझीदार हैं न कि एक-दूसरे के प्रतिस्पर्धी. दोनों देशों की तरक्की और सहयोग के लिए विश्व में पर्याप्त संभावनायें मौजूद है.’
उन्होंने कहा कि कुछ लोग चीन और भारत को आर्थिक प्रतिस्पर्धी के तौर पर प्रदर्शित कर रहे हैं और दोनों देशों की तुलना ड्रैगन और हाथी से करते हैं. ‘मैं इस तरह के विचार से सहमत नहीं हूं और मुझे नहीं लगता कि कारोबार जगत के लोग भी इससे सहमत होंगे.’{mospagebreak} अमेरिका और फ्रांस की कंपनियों के साथ अरबों डालर के सौदे करने के बाद भारतीय कंपनियों द्वारा चीन की कंपनियों के साथ 16 अरब डालर मूल्य के सौदे किए जाने की संभावना है.
वेन ने कहा, ‘‘ निवेश एवं व्यापार संवर्धन के मिशन के तहत भारतीय कंपनियों के साथ 16 अरब डालर से अधिक मूल्य के सौदे होने की संभावना है.
इधर, ताज पैलेस होटल के बाहर जहां वेन ठहरे हैं, छह तिब्बती प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि तिब्बती लोगों के एक समूह ने वेन की यात्रा के विरोध में राजधानी की सड़कों पर रैलियां निकालीं.