सीमा विवाद पर भारत-चीन विशेष प्रतिनिधि स्तर की महत्वपूर्ण वार्ता से पहले चीन ने कहा कि इस मामले का समाधान रातों-रात नहीं हो सकता और इसमें समय लगेगा.
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लियू वेमिन ने कहा कि समाधान निकलने से पहले दोनों देशों को सीमा पर शांति सुनिश्चित करने का प्रयास करना चाहिए. वह विशेष प्रतिनिधि स्तर की वार्ता के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे.
वेमिन ने कहा, ‘सीमा मुद्दे का लंबा इतिहास रहा है और दोनों देश इस मामले के निष्पक्ष एवं विवेकशील समाधान निकालने के लिए आगे बढ़ रहे हैं. इस संबंध में दोनों देशों ने वर्षों से सहयोग और स्पष्ट राजनीतिक दृष्टिकोण दिखाया है.’ उन्होंने कहा, ‘हमारा भी यही मानना है कि इस मामले का समाधान रातों-रात नहीं हो सकता है. इसके समाधान में समय लगेगा.’
प्रवक्ता ने कहा, ‘सीमा विवाद के समधान निकलने तक हम लोगों को सीमावर्ती इलाकों में शांति सुनिश्चित करना है. दोनों देशों को द्विपक्षीय संबंधों की विशाल तस्वीर को प्रभावित नहीं होने देना है.’
सीमा विवाद पर होने वाली विशेष प्रतिनिधि स्तर की वार्ता की तिथियों के बारे में पूछे जाने पर वेमिन ने कहा कि दोनों देश संपर्क में है और इस बारे में जल्द स्पष्ट जानकारी दी जाएगी. अधिकारियों का कहना है कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन औरन उनके चीन के समकक्ष डाई बिंगूओ के बीच 28 एवं 29 जुलाई को दिल्ली में बातचीत हो सकती है.
वेमिन ने कहा कि दोनों देशों ने इस साल बातचीत तेज की है और इससे संबंधों में सुधार हुआ है. उन्होंने कहा, ‘मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि इस साल भारत और चीन ने परस्पर समझ को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं.’ सीमा विवाद पर दोनों देश अब तक 14 चरणों की बातचीत कर चुके हैं. पिछले दौर की बातचीत के दौरान मेनन ने का था कि इस मुद्दे पर ठोस प्रगति हुई है.