खाद्य वस्तुओं, ईंधन और विनिर्मित वस्तुओं की कीमतें बढ़ने से अक्तूबर में सकल मुद्रास्फीति मामूली रूप से बढ़कर लगभग दहाई अंक. 9.73 प्रतिशत पर पहुंच गई.
थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित सकल मुद्रास्फीति सितंबर में 9.72 प्रतिशत थी. वहीं अक्तूबर, 2010 में यह 9.08 प्रतिशत थी.
समीक्षाधीन माह में खाद्य वस्तुएं सालाना आधार पर 11.06 प्रतिशत महंगी हुईं. सितंबर में खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति 9.23 प्रतिशत थी.
इस दौरान, सालाना आधार पर सब्जियां 21.76 प्रतिशत महंगी हुईं, जबकि फल 11.96 प्रतिशत महंगे हुए. वहीं दूध के दाम में 11.12 प्रतिशत, अंडा, मीट व मछली के दाम में 12.59 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई.
अक्तूबर में संपूर्ण प्राथमिक वस्तुओं की मुद्रास्फीति 11.40 प्रतिशत रही जो सितंबर में 11.84 प्रतिशत थी.
वहीं दूसरी ओर, अक्तूबर में गैर.खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति 7.71 प्रतिशत रही जो इससे पिछले महीने 14.82 प्रतिशत थी. गैर.खाद्य वस्तुओं में फाइबर, तिलहन और खनिज शामिल हैं.
समीक्षाधीन माह में विनिर्मित वस्तुओं के दाम 7.66 प्रतिशत बढ़े, जबकि सितंबर में विनिर्मित उत्पादों की मुद्रास्फीति 7.69 प्रतिशत थी. थोक मूल्य सूचकांक में विनिर्मित वस्तुओं का योगदान करीब 65 प्रतिशत है.