बर्लिन की दीवार ढहने और जर्मनी के एक होने का उदाहरण देते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच मतभेदों को एक दिन सुलझाया जा सकेगा, क्योंकि दोनों देश हमेशा तनाव में नहीं जी सकते.
प्रख्यात पत्रकार एमजे अकबर की किताब ‘टिंडरबॉक्स: द पास्ट एंड द फ्यूचर ऑफ पाकिस्तान’ के विमोचन पर मुखर्जी ने कहा, ‘‘मैं बर्लिन की दीवार जैसी खामख्याली में नहीं पड़ना चाहता, लेकिन एक दिन मतभेद दूर हो सकते हैं. इतिहास कैसे करवट लेगा कोई नहीं बता सकता. ऐसा हो सकता है.’’
उन्होंने कहा कि बर्लिन की दीवार ढहने और यूरोपीय संघ के बारे में किसी ने नहीं सोचा था, लेकिन यह संभव हुआ. कांग्रेस के वरिठ नेता ने कहा कि कोई मित्र को तो चुन सकता है लेकिन पड़ोसी को नहीं. मुखर्जी ने कहा कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच कई समस्याएं हो सकती हैं, लेकिन पाकिस्तान भारत का सबसे महत्वपूर्ण पड़ोसी है.