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भारत एक उभरती और जिम्मेदार वैश्विक महाशक्ति: ओबामा

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत को उभरती और जिम्मेदार वैश्विक महाशक्ति बताते हुए आज कहा कि वह इस बात में मजबूती से भरोसा करते हैं कि दोनों देशों के रिश्ते 21वीं सदी की साझेदारी को परिभाषित करेंगे.

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अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत को उभरती और जिम्मेदार वैश्विक महाशक्ति बताते हुए आज कहा कि वह इस बात में मजबूती से भरोसा करते हैं कि दोनों देशों के रिश्ते 21वीं सदी की साझेदारी को परिभाषित करेंगे.

ओबामा ने विदेश मंत्री एस.एम. कृष्णा के सम्मान में अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन द्वारा आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘अमेरिका हमारी साझेदारी को महत्व प्रदान करता है, इसलिए नहीं कि भारत नक्शे में किस जगह है बल्कि इसलिए कि हम एक साथ कहां पहुंच सकते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत ऐसे भविष्य के लिए अत्यावश्यक है, जहां कि हम सभी राष्ट्रों की सुरक्षा और समृद्धि देखते हैं.’’

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘इसलिए मेरी कैबिनेट के एक तिहाई मंत्री भारत का दौरा कर चुके हैं. यही कारण है कि मेरे पूरे प्रशासनिक अमले के अधिकारी इस रणनीतिक संवाद का हिस्सा हैं.’’ उन्होंने विदेश विभाग के फॉगी बॉटम मुख्यालय में चुनिंदा लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘इसलिए मैं प्रधानमंत्री (मनमोहन) सिंह की यात्रा के बाद से एक साथ की गयी प्रगति के लिए आपको धन्यवाद देना चाहता हूं.’’{mospagebreak} ओबामा ने पिछले साल नवंबर में हुई प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अमेरिका यात्रा को याद करते हुए कहा, ‘‘मेरे बतौर राष्ट्रपति के कार्यकाल में देश के पहले राजकीय अतिथि के तौर पर प्रधानमंत्री सिंह और श्रीमती कौर का व्हाइट हाउस में स्वागत करके मिशेल और मैं अभिभूत थे.’’

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ओबामा ने कहा, ‘‘यह एक राजकीय यात्रा थी, जिसने प्रदर्शित किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर मेरे प्रशासन के लिए और निजी तौर पर मेरे लिए भारत के साथ हमारे रिश्ते उच्च प्राथमिकताओं में हैं.’’ ओबामा ने कहा, ‘‘मैंने तब कहा था कि भारत एशिया और पूरी दुनिया में नेतृत्व करने वाला है. यह एक उभरती और जिम्मेदार वैश्विक महाशक्ति है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘पिछले सप्ताह जारी हुई राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति इसे स्पष्ट करती है.’’ ओबामा के मुताबिक, ‘‘दुनिया के साथ अमेरिका की व्यापक साझेदारी का एक आधारभूत स्तंभ 21वीं सदी को केंद्र में रखते हुए सहयोग को गहरा करना है, और इसमें भारत शामिल है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका और भारत के बीच रिश्ते आधारभूत तरीके से अद्वितीय हैं क्योंकि जैसा कि हमारी रणनीति बताती है कि हम समान हित साझा करते हैं लेकिन साथ में ही दुनिया के दो बड़े लोकतंत्रों और विविधतापूर्ण देशों के तौर पर समान मूल्यों को भी साझा करते हैं, जिसमें हमारी जनता के बीच गहरे और करीबी संपर्क हैं.’’ उन्होंने कहा कि दोनों देश वित्त और निवेश में आर्थिक सहयोग पर रिश्तों को गहरा कर रहे हैं.{mospagebreak}

ओबामा ने कहा, ‘‘मैं इस महीने टोरंटो में प्रधानमंत्री सिंह और हमारे जी-20 समूह के साथी देशों के साथ मिलकर काम करना चाहूंगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ईंधन पुनप्रसंस्करण पर हमारी सहमति के साथ हम असैन्य परमाणु करार पर आगे बढ़ रहे हैं.’’

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विदेश मंत्री ने कहा ‘‘तथ्य यह है कि जो समूह घृणा और हिंसा की विचारधारा फैला रहे हैं वे एकजुट हो रहे हैं संसाधनों को साझा कर रहे हैं और आपस में मिलकर काम कर रहे हैं हम सबका कर्तव्य है कि हम अपने प्रयासों को ऐसे प्रत्येक समूह के खिलाफ केंद्रित करें.’’

पाकिस्तान द्वारा लश्कर ए तैयबा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई न किए जाने की ओर इशारा करते हुए कृष्णा ने कहा ‘‘इन समूहों में से किसी एक को लक्ष्य बनाना सिर्फ कुछ समय के लिए झूठी राहत प्रदान करेगा और इससे दीर्घकालीन स्थिरता नहीं आएगी.’’ अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत शुरू होने का स्वागत किया है.

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