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टूजी स्पेक्ट्रम पर गतिरोध जारी, न विपक्ष नरम पड़ा न सत्ता पक्ष

2-जी स्पेक्ट्रम घोटाले की जांच को लेकर संसद में 10 नवम्बर से जारी गतिरोध आज भी नहीं टूट पाया. विपक्ष जहां इसकी जेपीसी से जांच कराने की मांग पर अड़ा रहा, वहीं सरकार ने भी उसके आगे झुकने से इंकार कर दिया.

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2-जी स्पेक्ट्रम घोटाले की जांच को लेकर संसद में 10 नवम्बर से जारी गतिरोध आज भी नहीं टूट पाया. विपक्ष जहां इसकी जेपीसी से जांच कराने की मांग पर अड़ा रहा, वहीं सरकार ने भी उसके आगे झुकने से इंकार कर दिया.

लोकसभा में सदन के नेता और वित्त मुखर्जी प्रणव मुखर्जी ने आज लगातार दूसरे दिन विपक्षी दलों के नेताओं से बातचीत करके गतिरोध तोड़ने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली.

इस विषय पर विभिन्न दलों के नेताओं से अनौपचारिक विचार विमर्श के बाद वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने कहा, ‘संसद में जारी गतिरोध का समाधान निकालने के प्रयास का कोई नतीजा नहीं निकल सका है. इस विषय पर जारी गतिरोध दुर्भाग्यपूर्ण हैं.’
उधर भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, ‘संसद में गतिरोध के लिए पूरी तरह कांग्रेस जिम्मेदार है. क्योंकि 2जी स्पेक्ट्रम, राष्ट्रमंडल खेल और आदर्श सोसाइटी के मुद्दों पर जेपीसी की मांग केवल भाजपा नहीं कर रही है.

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वाम दलों, शिवसेना, टीडीपी, अन्नाद्रमुक और अन्य दल समेत पूरा विपक्ष जेपीसी की मांग कर रहा है.’’ उन्होंने कहा, ‘यहां तक कि कांग्रेस के सहयोगी दल तृणमूल कांग्रेस और राकांपा भी जेपीसी के पक्ष में है. राजद, सपा और बसपा जैसे दल, जो कि सरकार को समर्थन दे रहे हैं, वे भी जेपीसी की मांग कर रहे हैं क्योंकि इसका कोई विकल्प नहीं है. यह लोकतांत्रिक मांग है.’{mospagebreak} मुखर्जी से मिलने के बाद माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा, ‘सरकार अपने रूख पर कायम है. अभी भी वह जेपीसी के लिए तैयार नहीं है.’

उधर, सरकार में शामिल कुछ लोगों ने अपना नाम नहीं देने के आग्रह पर बताया कि गतिरोध के कारण संसद को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने का कोई विचार नहीं है. एक अन्य वरिष्ठ नेता ने कहा कि विपक्ष की जेपीसी की मांग मान लेने में कोई हर्ज नहीं है. उनका कहना है कि अंतत: सरकार को इसे स्वीकार करना होगा क्योंकि खुद कांग्रेस के एक बड़े वर्ग को जेपीसी से कोई गुरेज नहीं है.

उन्होंने कहा कि संसद को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने का विकल्प सरकार के पास है लेकिन जनता के सामने इसे न्यायोचित ठहराना कठिन होगा.

विपक्षी दलों के नेताओं से मिलने के बाद मुखर्जी ने कहा कि सरकार ने विपक्षी दलों को कई विकल्प दिये जिसमें पीएसी के साथ बहु आयामी जांच का प्रस्ताव भी शामिल है. लेकिन वह इस पर राज़ी नहीं हैं.

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प्रणव ने कहा, ‘हम गतिरोध समाप्त करने का प्रयास कर रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि इसका हल निकल आयेगा.’ येचुरी ने कहा कि प्रणव ने कल की बैठक में कहा था कि विभिन्न दलों के विचारों से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अवगत कराने के बाद वे विपक्षी नेताओं से फिर मिलेंगे और इसी संबंध में वित्त मंत्री ने हमलोगों को बुलाया है. लेकिन किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सका है.

इस गतिरोध के चलते संसदीय कार्यवाही पर जमी बर्फ पिघलने का नाम नहीं ले रही है. नौ नवंबर से शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र में पहले दिन को छोड़कर रोज रोज होने वाले हंगामे के कारण अभी तक दोनों सदनों में न तो प्रश्नकाल हो पाया है और न ही कोई खास विधायी कार्य.

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