भारत ने चीन के साथ कई मुख्य द्विपक्षीय मुद्दों के अलावा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के अपने दावे को समर्थन तथा उसके द्वारा कश्मीरियों को जारी किये जाने वाले नत्थी वीजा पर अपनी चिंता जाहिर की है.
रूस, भारत और चीन के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के वास्ते चीन की दो दिवसीय यात्रा पर पहुंचे विदेश मंत्री एस.एम. कृष्णा ने इस सम्मेलन के इतर रूस और चीन के विदेश मंत्रियों के साथ अलग अलग द्विपक्षीय बैठकें की.
चीन के विदेश मंत्री यांग जिएची के साथ 70 मिनट की अपनी बैठक के दौरान कृष्णा ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत की दावेदारी के वास्ते चीन का समर्थन हासिल करने की कोशिश करने के साथ ही इस मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा ध्यान केंद्रित किये जाने की जरूरत पर बल दिया.
विदेश सचिव निरुपमा राव ने संवाददाताओं को बताया कि बैठक के दौरान जिएची ने ताकतवर वैश्विक संस्था में भारत की सदस्यता को अपने देश द्वारा समर्थन दिये जाने के संबंध में सकरात्मक संकेत दिये.
चीन का समर्थन हासिल करने की कोशिश करने के साथ ही भारत ने जम्मू कश्मीर को लेकर अपनी चिंताओं के प्रति चीन से वैसे ही संवेदनशील रवैया अपनाने को कहा जैसा वह तिब्बत या ताइवान के प्रति अपनाता है.