भ्रष्टाचार एवं काले धन को देश में वापस लाने की मुहिम के तहत योग गुरु बाबा रामदेव के प्रस्तावित आंदोलन के समर्थन में सैकड़ों भारतीय बैठक आयोजित करेंगे और अमेरिका के 13 शहरों में शनिवार से उपवास रखेंगे.
भ्रष्टाचार और काले धन की वापसी को लेकर रामदेव के आंदोलन के समर्थन में कैलिफोर्निया में करीब दर्जन भर संगठनों ने फ्रीमांट में एक बैठक करने की घोषणा की है. उल्लेखनीय है कि अपनी मांगों के समर्थन में रामदेव ने नयी दिल्ली में अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठने की घोषणा की है.
कैलिफोर्निया के तमाम भारतीय अमेरिकियों ने कल उपवास करने की घोषणा की है. इस कार्यक्रम में पंजीकरण कराने वाले सभी लोगों को बाब रामदेव के योग से जुड़ी डीवीडी प्रदान की जाएगी. रामदेव के अनुयायियों ने बताया कि ऐसी ही बैठक एवं उपवास का कार्यक्रम वाशिंगटन, न्यूयार्क, ह्यूस्टन, टंपा, न्यूजर्सी, लासएंजिलिस में भी आयोजित की जाएगी.
ह्यूस्टन में चार और पांच जून को वहां के स्थानीय समयानुसार सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक उपवास का कार्यक्रम है. यहां दोनों दिन शाम चार बजे से छह बजे तक विशेष कार्यक्रम का आयोजन है. भारत के पूर्व विशेष दूत एवं भारत स्वाभीमान ओवरसीज के अध्यक्ष भीष्म कुमार अग्निहोत्री ने कहा, ‘पांच वर्षों से अधिक समय से रामदेव ने भारत के कोने कोने का दौरा किया, गांव-गांव और एक राज्य से दूसरे राज्य में जाकर लोगों को जागरुक किया और बताया कि भारत किन किन समस्याओं से जूझ रहा है.’
उल्लेखनीय है कि अग्निहोत्री इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे. उन्होंने कहा, ‘स्वामीजी का मानना है कि भारत में व्यवस्था में बदलाव की दरकार है और यह तभी संभव है जब इस आंदोलन से लोग जुड़ेगें और मौजूदा व्यवस्था को उखाड़ फेंकेगें जो कि भ्रष्टाचार या अक्षमता की बुनियाद पर टिकी है और इसे निहित स्वाथरें के चलते शक्तिशाली लोगों का समर्थन प्राप्त है.’
रामदेव के कुछ अनुयायियों ने अपने को तरल आहार तक सीमित कर लिया है. इन्हीं अनुयायियों में से एक विजय पलोड ने बताया कि भले ही वह भारत से हजारों मील की दूरी पर हैं जहां भ्रष्टाचार व्याप्त है लेकिन फिर भी वे अपने देश की स्थिति को लेकर चिंतित हैं.