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सामरिक साझेदारी में बदला अमेरिका-भारत रिश्ता: निरुपमा राव

पूर्व विदेश सचिव और वाशिंगटन में भारतीय राजदूत निरुपमा राव ने कहा है कि भारत और अमेरिका का रिश्ता बदलाव के अद्भुत दौर से गुजरने के बाद वैश्विक आयाम में अब एक सामरिक रणनीति के रूप में तब्दील हो चुका है.

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निरुपमा राव
निरुपमा राव

पूर्व विदेश सचिव और वाशिंगटन में भारतीय राजदूत निरुपमा राव ने कहा है कि भारत और अमेरिका के रिश्ता बदलाव के अद्भुत दौर से गुजरने के बाद वैश्विक आयाम में अब एक सामरिक रणनीति के रूप में तब्दील हो चुका है.

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अमेरिकन यूनिवर्सिटी में ‘बदलती दुनिया में भारत की भूमिका’ नामक विषय पर व्याख्यान में निरुपमा ने कहा, ‘अमेरिका के साथ हमारा द्विपक्षीय रिश्ता अद्भुत परिवर्तन का साक्षी बना है और अब वैश्विक आयाम में सामरिक साझेदारी का रूप ले चुका है.’

उन्होंने कहा, ‘हमारी बहुआयामी सामरिक साझेदारी रणनीतिक एवं आर्थिक हितों की बुनियाद पर टिकी है. हमारे लोगों और कारोबारों के बीच व्यापक रिश्ते हैं. दोनों बड़े लोकतंत्र हैं और उनके मूल्य भी समान हैं.’ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की 2009 में अमेरिका यात्रा और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की पिछले साल की भारत यात्रा दोनों देशों के रिश्तों में बड़ा आयाम साबित हुई है.

निरुपमा ने कहा, ‘आज के समय में हम सिर्फ सामरिक सहयोग, आतंकवाद विरोधी लड़ाई, रक्षा, उच्च तकनीक, असैन्य परमाणु एवं अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग पर ही नहीं, बल्कि विकास से जुड़े व्यापाक मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं.’

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विदेश सचिव ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, मौसम का अनुमान जैसे मुद्दों पर भी बातचीत चल रही है, जो दोनों देशों की जनता को सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं. उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में दुनिया के साथ भारत का संपर्क बढ़ा है वह अब विश्व विकास में योगदान दे रहा है.

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