सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इंफोसिस का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2010-11 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में 13.62 प्रतिशत बढ़कर 1,818 करोड़ रुपये रहा.
इससे पूर्व 2009-10 की आलोच्य तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 1,600 करोड़ रुपये रहा. इंफोसिस ने बंबई शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि पूरे वित्त वर्ष के दौरान कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 9.71 प्रतिशत बढ़कर 6,823 करोड़ रुपये रहा.
कंपनी के निदेशक मंडल ने 5 रुपये मूल्य के प्रत्येक शेयर के लिये 20 रुपये का अंतिम लाभांश देने का भी ऐलान किया है.
बहरहाल, विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार कंपनी के लिये इससे ज्यादा लाभ की उम्मीद कर रहा था.
आलोच्य तिमाही में इंफोसिस की साफ्टेवयर सेवाओं, उत्पादों और बिजनेस प्रोसेस प्रबंधन से आय बढ़कर 7,250 करोड़ रुपये रही जो पूर्व वित्त वर्ष की समान तिमाही में 5,944 करोड़ रुपये थी.
पूरे वित्त वर्ष के दौरान कंपनी की इन सेवाओं से आय बढ़कर 27,501 करोड़ रुपये हो गयी जो इससे पूर्व 2009-10 में 22,742 करोड़ रुपये थी.
जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान कंपनी की नकद और नकद समतुल्य संपत्ति 16,810 करोड़ रुपये रही जो इससे पूर्व 2009-10 की समान तिमाही में 15,819 करोड़ रुपये रही.
इंफोसिस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक एस गोपालकृष्णन ने कहा, ‘उद्योग के लिये इस साल मांग सामान्य रहने की उम्मीद है. बाजार में उपलब्ध मौकों को भुनाने के लिये हमने मजबूत ग्राहकों का आधार तैयार किया है तथा निवेश को बढ़ाया है.’
इस बीच, कंपनी के निदेशक (मानव संसाधन) टीवी मोहनदास पई ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया है. उनका इस्तीफा 11 जून से प्रभावी होगी.
वित्त वर्ष 2010-11 की चौथी तिमाही में कंपनी ने 34 नये ग्राहक बनायें.
आलोच्य वित्त वर्ष के दौरान इंफोसिस के कर्मचारियों की संख्या 1,30,820 रही. कंपनी ने चौथी तिमाही में 8,930 नये कर्मचारी नियुक्त किये.
वित्तीय परिणाम की घोषणा के बाद कंपनी का शेयर भाव शुरुआती कारोबार में पिछले बंद भाव के मुकाबले 7.38 प्रतिशत गिरकर 3,062 रुपया पर आ गया.