इंफोसिस के चेयरमैन एन आर नारायण मूर्ति ने कंपनी के शेयरधारकों की वार्षिक सभा में अपना आखिरी भाषण दिया और अपने को एक सामान्य आदमी बताया.
वर्षों तक देश की इस दूसरी सबसे बड़ी साफ्वेयर सेवा निर्यातक कंपनी का नेतृत्व करने वाले मूर्ति ने अब अवकाश ले लिया है. उन्होंने कहा कि वह ‘बहुत से मामलों में औसत से कम योग्यता के’ एक साधारण इंसान है. मूर्ति ने कहा कि उनके जैसे व्यक्ति की सफलता से उन सामान्य लोगों को उत्साहित होना चाहिए जो दुनिया में कुछ कर दिखाना चाहते हैं.
इंफोसिस के संस्थापक सदस्य और मुख्य संरक्षक नारायण मूर्ति ने कहा कि अपनी पारी समाप्त करते हुए मैं देश और दुनिया में के लिए जो कुछ भी कर सका उसके लिए भगवान, परिवार, रिश्तेदारों और दोस्तों का शुक्रगुजार हूं. मेरे जैसा औसत से कम गुणों वाला व्यक्ति यह सब उनकी मदद से ही कर सका. देश में साफ्टवेयर उद्योग की पहचान नारायण मूर्ति ने कंपनी की 30वीं सालाना साधारण बैठक में कहा कि मेरी जीवन गाथा किसी भी सामान्य इंसान को प्ररित कर सकती है, जो देश और दुनिया में कुछ अलग करने की चाह रखता हो. उन्होंने कहा कि इंफोसिस की यात्रा उनके जीवन का अनिवार्य हिस्सा है.
मूर्ति ने कहा कि मेरे सहयोगी कहते हैं कि वह और इन्फोसि एक दूसरे के अभिन्न अंग हैं. कंपनी के हर प्रमुख निर्णयों में मैं अब तक प्रथम पात्र रहा हूं. मैंने इसकी हर उपलब्धि का आनंद उठाया है और कंपनी के किसी भी गलत कदम पर सहानुभूति भी देता रहा हूं.