केन्द्रीय खेल मंत्री अजय माकन और उत्तर प्रदेश के खेल मंत्री अयोध्या पाल सिंह ने पिछले हफ्ते ट्रेन से गिरने से अपना एक पैर गंवा चुकी वॉलीबॉल खिलाड़ी अरुणिमा सिन्हा उर्फ सोनू से मुलाकात की. बाद में एथलीट को ‘बेहतर उपचार’ के लिये दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भेज दिया गया.
माकन ने छत्रपति शाहूजी महाराज चिकित्सा विश्वविद्यालय में भर्ती अरुणिमा से मुलाकात कर केन्द्र सरकार द्वारा मुफ्त इलाज की व्यवस्था करने तथा हर मुमकिन मदद की पेशकश की.
माकन ने बाद में संवाददाताओं से कहा ‘‘अरुणिमा का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने मुझे बताया है कि उनकी हालत गम्भीर लेकिन स्थिर है. मैंने अरुणिमा से उपचार में हर तरह से मदद करने की पेशकश की है. चाहे उनके परिजन लखनऊ में इलाज कराना चाहें या फिर दिल्ली में.’’
इससे पूर्व, प्रदेश के खेल मंत्री अयोध्या पाल सिंह ने अरुणिमा मुलाकात कर उन्हें खेल निदेशालय या स्पोर्ट्स कॉलेज में नौकरी देने की पेशकश की.
इस बीच, चिकित्सा विश्वविद्यालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एस. एन. शंखवार ने बताया कि विश्वविद्यालय के अस्पताल में अरुणिमा का इलाज किया जा रहा था और उन पर दवाओं का संतोषजनक असर भी हो रहा था, लेकिन उन्हें ‘बेहतर उपचार’ के लिये एम्स भेज दिया गया है.
गौरतलब है कि गत 11 अप्रैल को नोएडा जाने के लिये ट्रेन पर सवार हुई एथलीट सोनू बोगी में झगड़ा कर रहे कुछ युवकों में से किसी का धक्का लगने से ट्रेन से नीचे गिर गई थी. तभी दूसरी तरफ से आ रही ट्रेन की चपेट में आने से उनका बांया पैर कट गया था.
शुरुआत में अरुणिमा का बरेली में इलाज किया गया था. बाद में उन्हें लखनऊ चिकित्सा विश्वविद्यालय के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. रेल मंत्रालय इस एथलीट को नौकरी देने का एलान पहले ही कर चुका है. खेल उपनिदेशक अनिल बनोदा ने बताया कि अरुणिमा और उनके परिजन ने खेल मंत्री की नौकरी देने की पेशकश को स्वीकार कर लिया है.
उत्तर प्रदेश के खेल मंत्री द्वारा अरुणिमा को नौकरी का प्रस्ताव दिये जाने पर माकन ने कहा कि रेल मंत्रालय एथलीट को नौकरी की पेशकश पहले ही कर चुका है. अब यह सोनू को ही तय करना है कि वह कौन सा विकल्प चुनती हैं.
केन्द्रीय खेल मंत्री ने कहा कि उन्होंने सोनू को समुचित मुआवजा दिलाने के लिये रेल मंत्रालय को पत्र लिखा है. इस मामले में रेल मंत्री ममता बनर्जी की सुस्त कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर माकन ने कहा कि वह इस वक्त केन्द्र सरकार के प्रतिनिधि बनकर आए हैं और अरुणिमा की सभी जरूरतों का ख्याल रखा जाएगा.
उन्होंने कहा कि एथलीट के साथ हुई घटना की खबर गत 13 अप्रैल को मिलते ही उन्होंने उनका हाल जानने के लिये तीन सदस्यीय टीम भेजी और दो लाख रुपए मुआवजे की घोषणा की.
इसके पूर्व, घायल एथलीट से मुलाकात करने के लिये सोमवार दोपहर उत्तर प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी के साथ पहुंचे माकन ने चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर डी. के. गुप्ता से भेंट की.
अरुणिमा के परिजनों ने बाद में संवाददाताओं से बातचीत में एथलीट को दिल्ली ले जाने की इच्छा जताई थी. उनके रिश्तेदार ओम प्रकाश और बहन लक्ष्मी ने कहा ‘‘यहां के इलाज और एम्स के उपचार में बहुत अंतर है. हम अरुणिमा को तुरंत दिल्ली ले जाना चाहते हैं.’’ बाद में, अरुणिमा को एम्स में भर्ती कराने के फैसले पर उनके परिजन ने खुशी जाहिर की.
माकन के मेडिकल कॉलेज पहुंचने से पहले प्रदेश के परिवहन मंत्री रामअचल राजभर ने भी अरुणिमा से मुलाकात की और हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया.
केन्द्रीय खेल मंत्री के दौरे से ऐन पहले घायल एथलीट से मुलाकात करने के मकसद के बारे में पूछे जाने पर राजभर ने कहा कि वह पहले से ही अरुणिमा के परिजन से सम्पर्क में हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार दुर्घटना की शिकार एथलीट के स्वास्थ्य को लेकर गम्भीर है और वह उन्हें हर तरह से सहायता उपलब्ध करा रही है.