भारतीय स्टेट बैंक ने कहा है कि नकदी की स्थिति तंग होने के कारण अल्पकाल में ब्याज दरों में वृद्धि की संभावना है.
बैंक के दूसरी तिमाही के वित्तीय नतीजे की घोषणा के बाद स्टेट बैंक के चेयरमैन ओ पी भट्ट ने कहा कि अल्पकालिक ब्याज दर ऋण की मांग और नकदी की स्थिति पर निर्भर करती है. बाजार में नकदी की स्थिति तंग है और रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति को कड़ा करने का फैसला किया है.
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि ऋण वृद्धि में भी पहली छमाही के मुकाबले तेजी आएगी. इसीलिए ये दो चीजों के कारण अल्पकाल में ब्याज दरों में वृद्धि की संभावना है.’