प्रधानमंत्री आवास से सिर्फ पांच सौ मीटर दूर दिल्ली के वीवीआईपी इलाके में हुए धमाके ने गृह मंत्रालय और सुरक्षा एजेंसिय़ों की नींद उड़ा दी है. धमाके की तफ्तीश में जुटी जांच एजेंसियों के हाथ कई अहम सुराग लगे हैं.
सूत्रों की माने तो शुरुआती जांच में इस धमाके में लश्कर और सिमी के शामिल होने पर शक जताया जा रहा है. दहशतगर्दों ने घटना को अंजाम देने से पहले इजराएली दूतावास की रेकी भी की थी. हमले में तीन बाइक का इस्तेमाल हुआ था जिसे 4-5 लोगों ने मिलकर अंजाम दिया था.
सूत्रों कें मुताबिक पिछले 10 दिनों से हमलों के फिराक में थे आतंकी. और हमले की चौथी कोशिश कामयाब हो गई. वहीं इजरायली राजनयिक ने खुलासा किया है कि कई दिनों से एक शख्स उनके पीछे था.
एंबेसी पर हुए हमले की जांच करने के लिए इजरायल की जांच एजेंसी मोसाद दिल्ली पहुंच चुकी है.
इजरायली दूतावास की कार में हुए धमाके की जांच में जुटी फोरेंसिक टीम को मौके से कई अहम जानकारियां मिली हैं. सूत्रों के मुताबिक स्टीकी बम में सल्फर और पोटेशियम क्लोरेट का विस्फोटक के तौर पर इस्तेमाल हुआ.
विस्फोट की जगह से टाइमर नहीं मिला है और आशंका है कि रिमोट कंट्रोल के जरिए विस्फोट किया गया था.