जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने आज योगगुरू रामदेव के साथ काले धन के मुद्दे पर मंच साझा किया लेकिन उनकी ही पार्टी के नेता शिवानंद तिवारी ने रामदेव और उनके समर्थकों को धर्य रखने की सलाह दी है.
रामदेव के आंदोलन पर प्रतिक्रिया देते हुए तिवारी ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘सभी को धर्य रखना चाहिए और सब को कदम दर कदम बढ़ना चाहिए. किसी को भी अल्टीमेटम नहीं देने चाहिए.’ भ्रष्टाचार और काले धन के मुद्दे पर मतभेद नहीं होने का दावा करते हुए तिवारी ने कहा, ‘भ्रष्टाचार के खिलाफ समान भावना है. जब अन्ना हजारे ने आंदोलन शुरू किया तो उन्हें जनता का समर्थन मिला. लेकिन जब उन्होंने मुंबई में धरना दिया तो उस तरह का समर्थन नहीं मिला.’
तिवारी ने कहा, ‘सरकार इस पर काम कर रही है. इस पर एक प्रवर समिति काम कर रही है जिसमें मैं भी सदस्य हूं.’ जदयू नेता ने कहा, ‘इस मुद्दे पर कोई गलतफहमी नहीं होनी चाहिए.’
उधर लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान ने रामदेव पर निशाना साधते हुए कहा, ‘सबसे पहले देश में इस तरह के लोगों की ही संपत्ति की जांच होनी चाहिए.’ उन्होंने यह भी कहा, ‘लोकतंत्र में सभी को विरोध प्रदर्शन का अधिकार है. उन्होंने पहली बार धरना नहीं दिया है.’ भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी और जदयू नेता शरद यादव के रामदेव के अनशन स्थल पर पहुंचने के सवाल पर पासवान ने कहा, ‘शायद रामदेव का आंदोलन उन्हें रास आता है इसलिए वे वहां गये.’