बैंगलोर में एक अफवाह से ऐसा हड़कंप मचा कि देखते ही देखते हजारों लोग बैंगलोर से पलायन कर गए. रात ही रात में नॉर्थ-ईस्ट के छह हजार से ज्यादा लोगों ने बैंगलोर से पलायन कर दिया. बैंगलोर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने इस मुद्दे पर बैठक बुलाई है. हालात इस कदर बिगड़े कि प्रधानमंत्री ने भी कर्नाटक के मुख्यमंत्री से बात करके हालात की जानकारी ली.
एसएमएस के जरिए फैली अफवाह के मुताबिक नॉर्थ-ईस्ट के लोगों पर बैंगलोर में हमला होने का खतरा मंडरा रहा है. रात भर में अफवाह इस कदर फैल गई कि नॉर्थ-ईस्ट के लोग बैंगलोर शहर छोड़ने पर मजबूर हो गए.
आलम ये हुआ कि कर्नाटक सरकार को इनके जाने की खास व्यवस्था करनी पड़ी. बैंगलोर से गुवाहाटी तक 2 स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं. कुल मिलाकर करीब छह हजार से ज्यादा लोगों ने एक रात में ही बैंगलोर छोड़ दिया.
नॉर्थ-ईस्ट के लोगों के मुताबिक पूरे शहर में अफवाह फैली कि असम हिंसा का असर बैंगलोर में पड़ेगा. जिसके चलते नॉर्थ-ईस्ट के लोगों ने शहर छोड़ने में ही अपनी भलाई समझी.
हालांकि ये माहौल देखकर सूबे के गृहमंत्री खुद रेलवे स्टेशन पहुंचे और लोगों से नॉर्थ-ईस्ट ना जाने की अपील की. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने खुद कर्नाटक के मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर से इस मुद्दे पर बात की है. केंद्रीय गृह मंत्रालय भी मामले पर गंभीर हैं. गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे भी लगातार कर्नाटक के हालात की जानकारी ले रहे हैं.
शिंदे ने कहा, 'बैंगलोर में नॉर्थ-ईस्ट के लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाही हो.'पुलिस ने भी नॉर्थ-ईस्ट के सभी लोगों को पूरी सुरक्षा मुहैया कराने का भरोसा दिया है. साथ ही पुलिस का दावा है कि कुछ शरारती तत्व ये अफवाह फैला रहे हैं.
बावजूद इसके बैंगलोर से पलायन करने वालों की तादाद थमी नहीं है. वहीं बीजेपी नेता सुषमा स्वराज ने इस मामले पर ट्वीट किया है कि बीजेपी इस पूरे मामले में नॉर्थ-ईस्ट छात्रों के साथ है और वो खुद इस मामले को संसद में उठाएंगी.