कर्नाटक के मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने तमिलनाडु को कावेरी का जल छोड़े जाने के राज्य सरकार के निर्णय का बचाव करते हुए कहा कि उच्चतम न्यायालय के हाल के निर्णय के मद्देनजर यह अपरिहार्य था.
शेट्टार ने अपने सरकारी आवास कृष्णा में कहा कि राज्य ने शीर्ष न्यायालय के निर्देश को उपयुक्त सम्मान प्रदान करते हुए पानी छोड़ा है जबकि किसान भीषण सूखे का सामना कर रहे हैं और इस कारण उन्हें बेहद कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा.
उन्होंने कहा कावेरी जल को छोड़ा जाना अपरिहार्य था. उच्चतम न्यायालय के प्रति उपयुक्त सम्मान व्यक्त करते हुए हमने उसके आदेशों का पालन किया.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘आज पूर्वाह्न 11 बजे तक राज्य बिलीगुंडालू से 7300 क्यूसेक पानी छोड़ चुका था.’