मुख्यमंत्री मायावती ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे पत्र में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में भ्रष्टाचार की बात को खारिज करते हुए केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश द्वारा इस बाबत लिखे पत्र को राजनीति से प्रेरित बताया.
कैबिनेट सचिव शशांक शेखर ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मुख्यमंत्री मायावती ने प्रधानमंत्री को लिखे पक्ष में कहा कि ग्रामीण विकास मंत्री द्वारा भेजा गया पत्र हमारे पास भेजने से पहले मीडिया में जारी कर दिया गया. इससे यह साफ है कि यह कदम राजनीति से प्रेरित है."
पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण विकास मंत्री द्वारा लिखे पत्र में मनरेगा में भ्रष्टाचार को लेकर कोई विशेष बात नहीं कही गई है और यह मामला गम्भीर नहीं है.
उन्होंने कहा, "प्रदेश में मनरेगा से सम्बंधित जहां भी शिकायतें आई हैं, वहां पर राज्य सरकार ने कार्रवाई की है, इसलिए सीबीआई जांच का सवाल ही नहीं उठता."