जापान में आए भीषण भूकंप के कारण वहां के परमाणु उर्जा संयंत्र में अचानक उर्जा की मात्रा बढ़ जाने से उसकी कूलिंग प्रणाली में खराबी आ गयी है. इस खराबी के बाद सरकार ने पहली बार किसी परमाणु संयंत्र पर आपातकाल लगाया है. सयंत्र के आसपास रहने वाले 3,000 लोगों को वहां से हटा लिया गया है.
जापान की परमाणु सुरक्षा एजेंसी का कहना है कि फुकुशिमा दायिचि परमाणु संयंत्र के छह में से एक ‘ब्यॉलर’ में प्रेशर सामान्य से 1.5 प्रतिशत बढ़ गया है.
लोगों को वहां से हटाने के कई घंटे बाद सरकार ने घोषणा की कि वह संयंत्र से कुछ रेडियोएक्टिव वाष्प छोड़ेगा ताकि ‘ब्यॉलर’ को पिघलने से बचाया जा सके.
मुख्य केबिनेट सचिव योकियो एडानो ने कहा कि संयंत्र से जो रेडियोएक्टिव वाष्प छोड़ा जाएगा उसमें रेडियोएक्टिव तत्व की मात्रा बहुत कम होगी इससे वातावरण और मानव स्वास्थ्य को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा.
उन्होंने शनिवार सुबह टीवी पर प्रसारित समाचार सम्मेलन के दौरान कहा, ‘वहां से लोगों को हटाने और समुद्री हवाओं के कारण हम लोगों की सुरक्षा का दावा कर सकते हैं.’{mospagebreak} संयंत्र के पावर प्लांट के पास भूकंप आने के कारण बैकअप जेनरेटर खराब हो गया जिससे कूलिंग प्रणाली बंद हो गयी. इस कारण 460 मेगावाट संयंत्र के रिएक्टर संख्या- 1 में जल की आपूर्ति बंद हो गयी. संयंत्र का एक बैकअप कूलिंग सिस्टम काम कर रहा है.
संयंत्र को बंद करने के बावजूद संयंत्र का कोर गर्म है. एडानो ने कहा कि संयंत्र से रेडियोएक्टिव पदार्थ लीक नहीं हो रहा है.
अन्य अधिकारियों का कहना है कि संयंत्र के कर्मचारी उसे दूसरे कूलिंग प्रणाली की मदद से ठंडा करने की कोशिश कर रहे हैं.