जापानी वैज्ञानिकों के एक दल ने आनुवांशिक संरचना में बदलाव कर एक ऐसा चूहा विकसित किया है जो पक्षियों के समान चहकता है.
वैज्ञानिकों का कहना है कि यह चूहा इस बात पर प्रकाश डालेगा कि भाषाओं का विकास कैसे हुआ.
ओसाका विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किया गया यह चूहा ‘इवोल्व्ड माउस परियोजना’ का एक हिस्सा है.
प्रमुख वैज्ञानिक अरिकुनी उशिमारा ने कहा, ‘उत्परिवर्तन (म्यूटेशन) विकास के कारक हैं. हमने कई पीढ़ियों तक आनुवांशिक रूप से संवर्धित चूहों का समागम कराया ताकि यह देखा जाए कि इसका क्या नतीजा होता है.’
द टेलीग्राफ ने उशिमारा के हवाले से बताया, ‘हमने एक एक कर हर नवजात चूहे की जांच की. एक दिन हमने एक ऐसा चूहा देखा जो पक्षी की तरह चहचहा रहा था.’
उशिमारा का कहना है कि हालांकि यह चूहा अनायास ही पैदा हो गया है लेकिन उसका यह गुण अगली पीढ़ियों में स्वत: चला जाएगा.