scorecardresearch
 

हरियाणा के जाटों ने आंदोलन वापस लिया

केंद्र सरकार की नौकरियों में आरक्षण की मांग कर रहे हरियाणा के जाटों ने तीन सप्ताह से चल रहा अपना आंदोलन शनिवार रात वापस ले लिया.

Advertisement
X

Advertisement

केंद्र सरकार की नौकरियों में आरक्षण की मांग कर रहे हरियाणा के जाटों ने तीन सप्ताह से चल रहा अपना आंदोलन शनिवार रात वापस ले लिया.

जाटों ने मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के साथ बातचीत के बाद आंदोलन वापस ले लिया. एक वक्तव्य में हुड्डा ने बताया कि आंदोलनकारी जाट तत्काल सारी बाधाएं हटाने और धरने खत्म करने के लिए सहमत हो गए हैं.

उन्होंने बताया कि एक महीने के भीतर ‘हरियाणा बैकवर्ड क्लासेज कमीशन’ बनाने का भी फैसला किया गया है. यह आयोग रोर, जाट, जाट सिख, त्यागी, बिश्नोई और उन सभी जातियों की मांगों पर विचार करेगा, जो पिछड़ा वर्ग के तहत आने की मांग कर रहे हैं.

एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि आयोग बनाने के मुख्यमंत्री के फैसले पर हरियाणा जाट आरक्षण समिति के अध्यक्ष हवा सिंह संगवान, बेनायन खाप के अध्यक्ष दादा नफे सिंह और दूसरी खाप पंचायतों के प्रतिनिधियों ने उन्हें धन्यवाद दिया है.

Advertisement

जाटों के आंदोलन के चलते पिछले कई दिनों से उत्तर भारत के कई हिस्सों में रेल यातायात ठप हो गया था क्योंकि समुदाय के सदस्य रेल की पटरियों पर धरने पर बैठे थे.

पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने हरियाणा सरकार को आदेश दिया था कि वह फौरन रेल की पटरियां खाली कराएं, ताकि रेल यातायात सामान्य हो सके.

इसके बाद उच्चतम न्यायालय ने भी कल हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान सरकारों को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया था कि जाटों के आंदोलन के कारण राष्ट्रीय राजधानी तक पानी समेत अत्यावश्यक सामान की आपूर्ति प्रभावित नहीं होनी चाहिए.

Advertisement
Advertisement