अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) की प्रमुख जे जयललिता ने टू जी स्पेक्ट्रम घोटाले के सिलसिले में पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा को गिरफ्तार किए जाने और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत उन्हें आरोपित किए जाने की आज मांग की.
उन्होंने कहा कि इस्तीफा तो मात्र शुरुआत है, इस पूरे मामले की गहन छानबीन होनी चाहिए. अपने बयान में जयललिता ने कहा, ‘‘यह (इस्तीफा) सभी घोटालों के जनक (टू जी स्पेक्ट्रम घोटाला) के समापन का संकेत नहीं है. यह विलंबित इस्तीफा उच्च नैतिक मापदंड बनाए रखने के लिए दिए गए इस्तीफे का मामला भी नहीं है. राजा प्रधानमंत्री, केंद्रीय सतर्कता आयुक्त, दिल्ली उच्च न्यायालय, कैग और यहां तक कि उच्चतम न्यायालय समेत सभी संवैधानिक संस्थानों का मजाक बनाते रहे.’’
उन्होंने कहा कि राजा को भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत आरोपित बनाया जाना चाहिए और इतिहास के अबतक के सबसे बड़े घोटाले के लिए उनके खिलाफ (अदालती) सुनवाई होनी चाहिए.
अन्नाद्रमुक प्रमुख ने कहा, ‘‘यह (इस्तीफा) केवल शुरूआत है. भारत सरकार को 1,76,379 करोड़ रूपए की अप्रत्याशित नुकसान उठाना पड़ा. इसकी गहन छानबीन होनी चाहिए क्योंकि लोगों को सच्चाई जानने का हक है.’’