शीर्ष माओवादी नेता किशनजी को मुठभेड़ में मार गिराने के एक दिन बाद संयुक्त बल महिला माओवादी नेता सुचित्रा महतो और किशनजी के अन्य सहयोगियों की तलाश में पश्चिमी मेदिनीपुर जिले के बुरिसोल जंगलों में सघन तलाशी अभियान चला रहे हैं.
खबरों में कहा जा रहा है कि सुचित्रा मुठभेड़ के समय किशनजी के साथ थी और वह मुठभेड़ के बाद कुछ अन्य सहयोगियों के साथ भाग गई. माना जा रहा है कि वे जंगलों के भीतर छिपी है. माना जाता है कि सुचित्रा और अन्य माओवादी मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल हुए हैं.
इस बीच किशनजी के शव को कड़ी सुरक्षा के बीच झाड़ग्राम अस्पताल के शवगृह ले जाया गया है. संयुक्त बलों ने मुठभेड़ के बाद उस स्थान से एक एके-47 तथा एक एके-एम राइफल बरामद की थी जहां किशनजी का शव मिला.
खबरों में कहा गया कि एक काला बैग किशनजी द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला हियरिंग ऐड और एक डिब्बा भी बरामद हुआ. गुरुवार रात थोड़े विराम के बाद शुक्रवार को अभियान फिर शुरू करते हुए संयुक्त बलों ने समूचे क्षेत्र को घेर लिया.
पुलिस ने बताया कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) महानिदेशक के घटनास्थल पर जाने की संभावना है. पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक एन मुखर्जी भी क्षेत्र पहुंचेंगे.
खबरों में कहा गया कि पुलिस आंध्र प्रदेश में करीमनगर जिले के पेड्डापल्ली नगर स्थित किशनजी के परिवार से भी संपर्क कर सकती है. किशनजी की मौत के मद्देनजर माओवादियों की किसी जवाबी कार्रवाई को टालने के लिए समूचे राज्य में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है.
संयुक्त बलों ने गुरुवार को जंगलमहल के बुरिसोल जंगलों में भीषण मुठभेड़ में 58 वर्षीय मोल्लाजुल्ला कोटेश्वर राव उर्फ किशनजी को मार गिराया था. माओवादी पोलित ब्यूरो का सदस्य किशनजी माओवादियों का तीसरे नंबर का शीर्ष नेता था. वह 2009 से जंगलमहल में सशस्त्र अभियान का नेतृत्व कर रहा था.