scorecardresearch
 

पीएसी सदस्‍यों के बीच तेज हुआ घमासान!

2जी स्‍पेक्‍ट्रम घोटाले की जांच कर रही लोक लेखा समिति (पीएसी) की बैठक हंगामे के कारण अचानक स्‍थगित कर दी गई. कांग्रेस सदस्‍यों के हंगामे के कारण बैठक बीच में ही स्‍थगित हो गई.

Advertisement
X
मुरली मनोहर जोशी
मुरली मनोहर जोशी

2जी स्‍पेक्‍ट्रम घोटाले की जांच कर रही लोक लेखा समिति (पीएसी) की बैठक हंगामे के कारण अचानक स्‍थगित कर दी गई. कांग्रेस सदस्‍यों के हंगामे के कारण बैठक बीच में ही स्‍थगित हो गई.

Advertisement

बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बैठक में अध्‍यक्ष मुरली मनोहर जोशी पर निंदनीय टिप्‍पणी की गई. इसके बाद अध्‍यक्ष बैठक छोड़कर बाहर निकल गए.

रविशंकर प्रसाद ने बताया कि पीएसी की मसौदा रिपोर्ट में कुछ बड़े नाम भी शामिल हैं, जिनको लेकर हंगामा खड़ा किया गया. बहरहाल, पीएसी की मसौदा रिपोर्ट सामने आने के बाद सियासी पारा लगातार चढ़ता जा रहा है.

इससे पहले 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले की जांच कर रही लोक लेखा समिति की मसौदा रिपोर्ट को सपा और बसपा के एक-एक सदस्य समेत ग्यारह सांसदों ने रद्द करने की मांग की है, जिसमें पूर्व दूरसंचार मंत्री ए. राजा को दोषी करार देने के साथ प्रधानमंत्री मानमोहन सिंह और तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम को कटघरे में खड़ा किया गया है.

सूत्रों ने बताया कि 21 सदस्यीय समिति ने इस मसौदा रिपोर्ट पर गुरुवार को चर्चा की, जिसमें कांग्रेस के सात और द्रमुक के दो सदस्यों समेत संप्रग के नौ सदस्यों के साथ सपा तथा बसपा के एक-एक सदस्यों ने इस रिपोर्ट को मंजूरी दिये जाने का विरोध किया.

Advertisement

उन्होंने कहा कि सदस्यों ने अपने अपने विचार व्यक्त कर दिये हैं और लिखित में अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी से रिपोर्ट को रद्द करने को कहा है.

इस विषय पर तीन घंटे तक चली चर्चा के बाद जोशी के समक्ष कई बार कठिन परिस्थिति उत्पन्न हो गई और इसकी बैठक चार बजे तक स्थगित करनी पड़ी. संभावना है कि इसके बाद इस विषय पर मतदान हो सकता है.

समिति की बैठक में अगर कोई सहमति नहीं बनी, तो लोकसभा में कामकाज की प्रक्रिया और नियमों में बताया गया है कि समिति की बैठकों में सभी विषयों पर फैसला मतदान के माध्यम से उपस्थिति सदस्यों के बहुमत से होगा. मसौदा रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रधानमंत्री को घेरे में लेते हुए कहा गया है कि पीएमओ ने परोक्ष रूप से राजा को उसके कार्यो को आगे बढ़ाने की हरी झंडी दे दी.

मसौदा रिपोर्ट में वित्त मंत्री पी चिदंबरम को इस बात के लिए आड़े हाथों लिया गया कि उन्होंने प्रधानमंत्री को अपनी सिफारिशों में राजस्व नुकसान के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करने की बजाए इस ‘विषय को समाप्त’ माने जाने की सिफारिश की.

इस वृहद रिपोर्ट में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के लिए कुछ अप्रिय शब्दों का इस्तेमाल किया गया और कहा गया कि उन्होंने इस मामले में अपने कार्यालय को इतनी दूर रखा, जिससे राजा को अपने गलत कृत्यों को आगे बढ़ाने में मदद मिली.

Advertisement

पीएसी की गुरुवार की बैठक के दौरान संप्रग सदस्यों ने मसौदा रिपोर्ट के लीक होने पर चिंता जतायी . कांग्रेस और द्रमुक सदस्यों ने मांग की कि इस रिपोर्ट को लोकसभा को पेश किया जाए या नहीं, इसका फैसला मतदान से हो.

Advertisement
Advertisement