न्यायमूर्ति अल्तमस कबीर ने शनिवार को देश के 39वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण की. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में सुबह 11.30 बजे न्यायमूर्ति कबीर को पद की शपथ दिलाई.
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न्यायमूर्ति कबीर ने न्यायमूर्ति एस.एच. कपाड़िया का स्थान लिया है. न्यायमूर्ति कपाड़िया शनिवार को सेवानिवृत्त हुए थे. न्यायमूर्ति कबीर 18 जुलाई 2013 तक नौ महीनों के लिए देश के प्रधान न्यायाधीश रहेंगे.
न्यायमूर्ति कबीर ने न्यायमूर्ति कपाड़िया की विदाई के अवसर आयोजित समारोह में कहा कि मैं यह दिखाना चाहता हूं कि सर्वोच्च न्यायालय ऐसा स्थान है जहां सभी धर्मो का बराबर सम्मान होता है.
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राष्ट्रपति भवन से जारी बयान के अनुसार इस अवसर पर उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार, कैबिनेट मंत्री, राज्य सभा में नेता विपक्ष अरुण जेटली, समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश, प्रमुख अधिवक्ता और अन्य अतिथि उपस्थित थे.
न्यायमूर्ति कबीर का जन्म 19 जुलाई 1948 को कोलकाता में हुआ था. उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से विधि में स्नातक की डिग्री हासिल की. वह छह अगस्त 1990 को कलकत्ता उच्च न्यायालय में स्थाई न्यायाधीश बने.
न्यायमूर्ति कबीर ने 11 जनवरी 2005 को कलकत्ता उच्च न्यायालय का कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश का कार्यभार सम्भाला. वह एक मार्च 2005 को झारखण्ड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एवं नौ सितम्बर 2005 को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश नियुक्त हुए.