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5 करोड़ जीतकर तकदीर बदल गयी सुशील कुमार की

बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में मोतिहारी नगर स्थित हनुमानगढ़ी इलाके में इन दिनों आगंतुकों का आना जाना लगा हुआ है और किसी भी अजनबी को देखते ही लोग पूछने लगते हैं कि क्या आप सुशील कुमार पटेल के घर जाना चाहते हैं?

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बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में मोतिहारी नगर स्थित हनुमानगढ़ी इलाके में इन दिनों आगंतुकों का आना जाना लगा हुआ है और किसी भी अजनबी को देखते ही लोग पूछने लगते हैं कि क्या आप सुशील कुमार पटेल के घर जाना चाहते हैं? पटेल ने चर्चित टेली शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के पांचवें सीजन में पांच करोड़ रुपये का इनाम जीतकर बडा उलटफेर किया है. इसके लिए शो के प्रस्तोता अमिताभ बच्चन ने स्वयं सुशील की तारीफ की. सुशील ने अपने भाई संजय को फोन पर बताया कि वह जल्द मुंबई से लौटेंगे और फिर घर पर दिवाली मनाई जाएगी. एक साधारण से परिवार में जन्मे 30 वर्षीय सुशील ने क्विज शो में पांच करोड़ रुपये जीतकर सुर्खियां बटोर ली हैं. कुमार की जीत वाली इस कड़ी का आगामी दो नवंबर को प्रसारण सोनी टीवी पर किया जाएगा.
बुधवार से ही हनुमानगढी में जश्न का माहौल है. लोग बधाई देने के लिए सुशील के घर पहुंच रहे हैं. सुशील के घरवाले फूले नहीं समा रहे हैं. मीडिया वालों का उनके घर पर हुजूम लगा हुआ है. मनरेगा योजना के तहत पश्चिम चंपारण के बेतिया के कंप्यूटर ऑपरेटर का काम करने वाले सुशील की किस्मत रातों रात बदल गयी. सुशील की मां रेणु देवी भोजपुरी में कहती हैं, ‘एतना खुशी कहियों न मिलल रहे. सब माता के कृपा बा. (इतनी खुशी कभी नहीं मिली थी. सब माता की कृपा है’). बीते दिनों अपनी पत्नी सीमा पटेल और बड़े भाई अनिल कुमार के साथ मुंबई गये सुशील ने पांच करोड़ जीतकर अपने ही गांव में लोगों के बीच कौतुहल पैदा कर दिया है. सुशील के माता-पिता अमरनाथ और रेणु देवी खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं. जर्जर हो चुके पुश्तैनी मकान को दुरुस्त करने का उनका सपना पूरा होने वाला है. सुशील की ससुराल भवानीपुर में भी दिवाली मनायी जा रही है. सुशील का सपना है कि पांच भाइयों का पूरा परिवार एक ही घर के नीचे रहे. स्थानीय एमएस कालेज से मनोविज्ञान में एमए की पढाई पूरी करने वाले सुशील के गुरुजन भी अपने शिष्य के इस कारनामे से काफी प्रसन्न हैं. एक समय नेपाल में ठेकेदार के यहां काम करने वाले पिता को प्रसन्नता है कि उनकी और उनके बेटों की जिंदगी अब तंगहाली में नहीं खुशहाली में कटेगी. स्थानीय विधायक प्रमोद कुमार कहते हैं कि सुशील ने पूरे देश में चंपारण की धरती का नाम रौशन किया है. यह हम लोगों के लिए गौरव की बात है. सुशील के फुफेरे भाई संजय पटेल ने बताया कि पुरस्कार की राशि को लेकर सुशील को कुछ औपचारिकताएं पूरी करनी हैं. एक दो दिन में ये औपचारिकताएं पूरी हो जाएंगी, जिसके बाद वह बिहार लौट आयेंगे. पटेल कहते हैं कि सुशील के मन में आइएएस बनने का सपना है और वह इसे जरूर पूरा करेगा.

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