कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने घोटालों में फंसे पार्टी नेताओं, सांसद सुरेश कलमाडी और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के प्रति सहानुभूति दिखाते हुए एक नया शिगुफा छोड़ दिया कि उनकी नजर में ये दोनों नेता बेकसूर हैं.
पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘हम कठिनाइयों के दौर से गुजर रहे सुरेश कलमाडी और अशोक चव्हाण के प्रति खेद महसूस करते हैं.’ असाढ़ी एकादशी के अवसर पर पंढरपुर के विट्ठल मंदिर में दर्शन करने के बाद पुणे आए दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सदैव लड़ाई लड़ी है.
उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में आदर्श सोसाइटी, राष्ट्रमंडल खेल और 2जी स्पैक्ट्रम सहित जितने भी घोटाले सामने आए हैं, उसका श्रेय सूचना के अधिकार (आरटीआई) को जाता है, और आरटीआई को लागू करने का श्रेय कांग्रेस को ही जाता है.
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘कांग्रेस ने किसी को नहीं बख्शा है और हमने सभी मामलों में कार्रवाई की है. दूसरी ओर भाजपा कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा को छू भी नहीं रही है जो कि भ्रष्टाचार के आरोपों घिरे हैं.’ सिंह ने कहा कि उन्हें लगता है कि जिन मामलों में आरोपपत्र दाखिल किया जा चुका है और जांच पूरी हो चुकी है, न्यायपालिका को ऐसे मामलों में आरोपी को जमानत देने पर विचार करना चाहिए. इस संबंध में उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अपने नेता राहुल गांधी पर गर्व है जिन्होंने अपनी पदयात्रा के माध्यम से उत्तर प्रदेश और बिहार के दबे कुचले लोगों को न्याय दिलाने के बाबत पहल की है.
उन्होंने मायावती के उन आरोपों को नकार दिया जिसमें कहा गया कि राहुल ने अपनी पदयात्रा के दौरान दलित के घर का दिया खाना न खाकर बाहर से खाना मंगाया. उन्होंने कहा कि दलितों ने स्वयं इन आरोपों को खारिज किया है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस की फासीवादी विचारधारा के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी.