राष्ट्रमंडल खेलों से जुड़े टीएसआर घोटाले में आरोपों का सामना कर रहे सुरेश कलमाडी ने ठेका देने का दोष आयोजन समिति के सीईओ जरनैल सिंह पर मढ़ने का प्रयास किया और कहा कि उन्हें फैसले के हर चरण से अवगत कराया गया था. वरिष्ठ वकील सिद्धार्थ लूथरा ने कलमाडी को जमानत दिए जाने का अनुरोध करते हुए विशेष सीबीआई न्यायाधीश तलवंत सिंह से कहा कि टीएसआर ठेका दिए जाने की पूरी जानकारी आयोजन समिति के सीईओ को थी लेकिन आरोपपत्र में उनका नाम नहीं लिया गया है. उन्होंने दलील दी कि ऐसा लगता है कि सीबीआई कुछ सरकारी अधिकारियों को बचाने का प्रयास कर रही है. लूथरा ने दलील दी कि सीबीआई ने उनके अभियोजन के लिए जरूरी अनुमति नहीं ली. उन्होंने कहा कि ऐसी मंजूरी के बिना ही आरोपपत्र का संज्ञान लिया गया.
कलमाडी राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति के अध्यक्ष थे. कलमाडी के वकील ने अदालत से कहा कि उनके खिलाफ दाखिल आरोपपत्र अधूरा है. सीबीआई ने जांच पूरी किए बिना ही आरोपपत्र दाखिल किया है और सभी तथ्यों का जिक्र नहीं किया गया है जो चिंता का विषय है.’ सीबीआई ने उनकी दलीलों का विरोध करते हुए कहा कि षडयंत्र, धोखाधड़ी और जालसाजी के मामलों में मंजूरी लेने की जरूरत नहीं है. लोक अभियोजक ने कहा कि सीबीआई ने आरोपपत्र में विशेष रूप से कहा है कि मामले में जांच जारी है और आवश्यकता महसूस होने पर पूरक आरोप पत्र दाखिल किए जाएंगे.