मुंबई में तीन जगहों पर विस्फोटों के कुछ दिन बाद कांग्रेस नेता गुरूदास कामत ने आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र सरकार ने 26/11 के आतंकवादी हमलों के बाद कोई सबक नहीं लिया और जरूरी सावधानियां नहीं बरतीं.
केंद्रीय कैबिनेट से अपने इस्तीफे के बाद पहली बार शनिवार रात अपने मुंबई उत्तर पश्चिम संसदीय क्षेत्र का दौरा करने गये कामत ने महानगर में 26 नवंबर 2008 के आतंकवादी हमलों से सबक नहीं लेने के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
उन्होंने कहा, ‘पिछले हफ्ते विस्फोट राज्य सरकार, पुलिस और खुफिया एजेंसियों की लापरवाही की वजह से हुए.’ कामत ने कहा, ‘यदि मुंबई के अलग अलग हिस्सों में 5,000 सीसीटीवी कैमरे लगाये जाते तो पिछले दिनों ओपरा हाउस, झवेरी बाजार और दादर में बम विस्फोट नहीं हुए होते.’
उन्होंने कहा, ‘नवंबर 2008 के आतंकवादी हमलों के बाद सुरक्षा बढ़ाने के लिए सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए थे. लेकिन सरकार ने सबक नहीं लिया और जरूरी सावधानियां नहीं बरतीं.’ कामत ने यह भी कहा कि राज्य सरकार गश्ती के लिए नौकाएं खरीदने और तटीय पुलिस थानों के निर्माण में भी विफल रही है.
कांग्रेस सांसद ने कहा कि उन्होंने विस्फोटों के तत्काल बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखे और उन कदमों का जिक्र किया जो पिछले तीन साल में उठाये जाने चाहिए थे लेकिन नहीं उठाये गये.