दिल्ली की एक अदालत में मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि की बेटी कनिमोझी की जमानत याचिका पर स्थगनादेश दिए जाने के कारण द्रमुक नेताओं के चेहरे पर तनाव पसरा हुआ है.
2जी घोटाला मामले में कनिमोझी को सह अभियुक्त बनाया गया है. समन मिलने के बाद कनिमोझी विशेष अदालत में उपस्थित हुईं जिसने सुनवाई शनिवार तक स्थगित कर दी. जैसे ही कनिमोई ने अदालत में प्रवेश किया, समझा जाता है कि करुणानिधि खबरिया टीवी चैनलों से चिपक गये जो अदालत की कार्यवाही की लगातार खबरें दे रहे थे.
करुणानिधि के बेटे और उपमुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन सहित अधिकतर कैबिनेट सहयोगी द्रमुक प्रमुख के गोपालपुरम आवास पर इकट्ठा हो गये लेकिन किसी भी नेता ने वहां मीडिया से बात नहीं की.
टीवी चैनल नवीनतम स्थितियों की लगातार जानकारी दे रहे थे वहीं द्रमुक नेता चिंताओं से घिरे दिख रहे थे क्योंकि उन्हें यह मालूम नहीं चल पा रहा था कि मामला क्या मोड़ लेगा. अपनी बेटी का बचाव करने वाले 87 वर्षीय करुणानिधि उनके साथ दिल्ली आना चाहते थे लेकिन स्वास्थ्य कारणों को देखते हुए परिवार के लोगों ने उन्हें नहीं जाने के लिये मना लिया.