द्रमुक सांसद कनिमोझी ने 2जी मामले में जमानत को पहला कदम करार देते हुए कहा कि वह अपनी बेगुनाही साबित करके इस मामले में कानूनी रूप से बाहर आएंगी.
द्रमुक प्रमुख एम करुणानिधि की पुत्री कनिमोझी ने गत मंगलवार को तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद जारी अपने पहले बयान में कहा कि उन्हें इस बात की प्रसन्नता है कि दिल्ली उच्च न्यायालय ने 2जी मामले में उन्हें जमानत दे दी है.
उन्होंने चेन्नई जाने के लिए विमान में सवार होने से पहले कहा, ‘मुझे वापस (चेन्नई) जाने की बहुत प्रसन्नता है. मुझे अपनी चेन्नई यात्रा का बेसब्री से इंतजार है. हम सभी को इस बात की प्रसन्नता है कि इस मामले में अब लोगों को जमानत मिल रही है. यह पहला कदम है.’
अगले कदम के बारे में पूछे जाने पर द्रमुक की राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘मुझे अपनी बेगुनाही साबित करके इस मामले को कानूनी रूप से सामना करते हुए इससे बाहर निकलना है. मुझे इस बात का पक्का विश्वास है कि मैं ऐसा कर लूंगी.’
कनिमोझी को गत मंगलवार शाम को जमानत पर तिहाड़ जेल से रिहा किया गया था और वह गत तीन दिनों से अदालत की सुनवायी में हिस्सा ले रही हैं. वह अगले दो दिन तक चेन्नई में रहेंगी.
कनिमोझी को 20 मई को उस समय गिरफ्तार किया गया था जब विशेष सीबीआई न्यायाधीश ने उनकी जमानत याचिका खारिज करते हुए गिरफ्तारी के आदेश दे दिये थे.
उसके बाद से वह जेल में ही थीं क्योंकि दिल्ली उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय ने उनसे कहा था कि आरोप तय होने के बाद वह जमानत के लिए निचली अदालत में याचिका दायर करें.
हालांकि विशेष अदालत ने गत तीन नवम्बर को उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी जिसके बाद उन्होंने उच्च न्यायालय में अपील की जिसने उन्हें 28 नवम्बर को जमानत प्रदान कर दी. उसके अगले दिन उन्हें रिहा कर दिया गया.