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कपिल सिब्बल को रिश्वत देने की कोशिश

केंद्रीय मानव संसाधान मंत्री कपिल सिब्बल को एक शख्स ने रिश्वत देने की कोशिश की. रांची के शख्स ने मानव संसाधन मंत्रालय में खत के साथ लिफाफा भेजकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी झारखंड का रजिस्ट्रार बनाने की मांग की थी.

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कपिल सिब्बल
कपिल सिब्बल

केंद्रीय मानव संसाधान मंत्री कपिल सिब्बल को एक शख्स ने रिश्वत देने की कोशिश की. रांची के शख्स ने मानव संसाधन मंत्रालय में खत के साथ लिफाफा भेजकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी झारखंड का रजिस्ट्रार बनाने की मांग की थी. इस मामले को साजिश और शरारत के तौर पर देखा जा रहा है.

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क्य़ा केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल को साजिश में फंसाने की कोशिश हुई? क्या सिब्बल के साथ शरारत की गई? ये अटकलें शुरू हुई हैं एक लाख रुपये के एक चेक से जो रांची के एक शख्स ने कपिल सिब्बल को भेजा था.

पिछले 23 अगस्त को मानव संसाधन मंत्रालय को एक लिफ़ाफ़ा मिला था, जिसके भीतर एक लाख रुपये का चेक और एक ख़त भी था. चेक भेजने वाले ने अपना नाम ओमप्रकाश लिखा है और वो रांची के धुर्वा इलाके का रहने वाला है.

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केनरा बैंक की इस पीडी चैक जिसका नंबर 361296 है, को मानव संसाधन मंत्रालय के नाम से जारी किया है, लेकिन लिफ़ाफ़े के ऊपर कपिल सिब्बल का नाम है. चेक के बदले ओमप्रकाश ने खुद को सेंट्रल यूनिवर्सिटी झारखंड का रजिस्ट्रार या डिप्टी रजिस्ट्रार बना देने की गुज़ारिश की थी.

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जिस समय मानव संसाधन मंत्रालय में ये चेक पहुंचा, उस समय अन्ना हजारे का आंदोलन चरम पर था और कपिल सिब्बल निशाने पर थे. सवाल उठता है कि क्या इस चेक इस मामले से कोई लेना-देना है? मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेट्री अमित खरे ने संसद मार्ग थाने में चेक भेजनेवाले शख्स के खिलाफ़ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है.

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लोकपाल बिल को लेकर मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल का स्टैंड चाहे जो भी हो, टीम अन्ना के साथ हुई अनबन की बदौलत उन्हें काफ़ी लोग इस बिल के एक बड़े विरोधी के तौर पर जानने लगे हैं. शायद यही वजह है कि उनके मंत्रालय में एक लाख रुपये की रिश्वत का चैक भिजवा कर इस शख्स ने उन्हें एक झटका देने की कोशिश की है. ये और बात है कि अब पुलिस में एफआईआर दर्ज होने के बाद चैक भेजनेवाले शख्स को ही झटका लग सकता है.

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