कर्नाटक में बीजेपी की सरकार हिल रही है. बवाल शुरू हुआ है राज्यपाल की उस रिपोर्ट से, जिसमें उन्होंने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की है.
राज्यपाल हंसराज भारद्वाज के रुख से नाराज मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा सोमवार को राजभवन के सामने धरने पर बैठने जा रहे हैं. उनके साथ बीजेपी के अन्य विधायक भी धरना देंगे.
कर्नाटक के राज्यपाल हंसराज भारद्वाज और मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के बीच तनातनी खत्म होती नहीं दिखती. बागी विधायकों का समर्थन हासिल करने के बाद येदियुरप्पा ने कहा कि राज्यपाल जब चाहें, वे सदन में बहुमत साबित कर सकते हैं, लेकिन राज्यपाल ने केंद्र को एक विशेष रिपोर्ट भेजकर कर्नाटक में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश कर दी है.
मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखी है कि उनकी सरकार के खिलाफ किसी किस्म की साजिश न हो.
वैसे खबर है कि केंद्र राज्यपाल की सिफारिश मानने के हक में नहीं है. ठीक वैसे ही, जैसे कि पिछले साल अक्टूबर में भी राज्यपाल की सिफारिश नहीं मानी गई थी.
उपचुनाव में तीन सीटें जीतने के बाद कर्नाटक विधानसभा में बीजेपी के विधायकों की संख्या 109 हो गई है. सदन में कांग्रेस के 71 और जेडीएस के 26 विधायक हैं. 224 सीटों वाली विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 113 है और बीजेपी के 11 बागियों ने फिर से पार्टी को समर्थन देकर येदियुरप्पा का काम आसान कर दिया है.