विपक्ष के दबाव के बावजूद संचार मंत्री ए राजा का मुद्दा अब ठंडे बस्ते में जाता दिख रहा है. डीएमके प्रमुख और तमिलनाडु के सीएम एम करुणानिधि संचार मंत्री ए राजा के पक्ष में खुलकर सामने आ गए हैं.
करुणानिधि ने साफ-साफ कहा है कि राजा स्पेक्ट्रम घोटाले में दोषी नहीं हैं. करुणा ने इशारों में पूर्व मंत्री प्रमोद महाजन और अरुण शौरी को भी निशाना बनाया.
उनका कहना है कि राजा ने ठीक वैसे ही मंत्रालय को चलाया है जैसे महाजन और शौरी ने चलाया. उन्होंने सवाल उठाया कि अगर राजा दोषी हैं, तो दूसरे क्यों नहीं. करुणानिधि ने तो यह भी कहा है कि इस मामले में कांग्रेस से उन्हें कोई बात नहीं करनी है.
सीएजी रिपोर्ट के बारे में उन्होंने कहा कि जब रिपोर्ट सदन में पेश हो जायेगी, तब इस पर बात होगी. उन्होंने मीडिया पर इस मामले से बेवजह नतीजा निकालने का आरोप लगाया.