अपने बयानों से हमेशा विवादों में रहने वाली लेखिका अरुंधति राय ने जम्मू कश्मीर के भारतीय संघ में विलय की वैधानिकता पर प्रश्न खड़ा करने के बाद कहा कि यह राज्य कभी भी भारत का अभिन्न अंग नहीं रहा.
राय विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर यहां कश्मीर से जुड़े विषय पर आयोजित एक संगोष्ठी को संबोधित कर रही थी.
लेखिका ने कहा कि कश्मीर भारत का कभी भी अभिन्न हिस्सा नहीं रहा. यह एक ऐतिहासिक तथ्य है. यहां तक कि भारत सरकार ने इसे स्वीकार किया है. राय ने आरोप लगाया कि ब्रिटिश शासन की समाप्ति के बाद भारत औपनिवेशिक शक्ति बन गया.