रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी ने मंगलवार को कहा कि कश्मीर में सीमापार से घुसपैठ की कोशिशें बढ़ रहीं हैं और घाटी में और अधिक आतंकवादियों को प्रवेश कराने के सोचे समझे प्रयास किये जा रहे हैं.
एंटनी ने कहा, ‘स्थिति भयावह नहीं है लेकिन फिर भी चिंता का विषय है. रक्षा मंत्री के तौर पर मेरा मानना है कि पहले के मुकाबले स्थिति में काफी हद तक सुधार हुआ है. हिंसा का स्तर कम हुआ है. इस साल पिछले साल से ज्यादा पर्यटक आये. हालांकि घुसपैठ की कोशिशें बढ़ रहीं हैं.’
हल्के लड़ाकू विमानों के नौसैनिक संस्करण के पदार्पण के बाद एंटनी ने संवाददाताओं से कहा कि जब स्थिति सामान्य हो जाती है तो सीमापार से गतिविधियां चला रहे शत्रु ‘आतंकित हो जाते हैं और घबरा जाते हैं’ और इस गर्मी में समस्या का पूर्वानुमान लगा लिया गया था. उन्होंने कहा कि कश्मीर में और अधिक आतंकवादियों को घुसाने की जानबूझकर और सोची समझी कोशिश की गयी.
एंटनी ने कहा कि हालांकि सशस्त्र बल किसी तरह आतंकवादियों की कोशिशों को नाकाम करने में और सुरक्षा हालात को काबू में लाने में सफल रहे. उन्होंने कहा कि कुछ घटनाओं को छोड़कर सुरक्षा संबंधी हालात काबू में हैं, हिंसा कम हुई है, पर्यटन सीजन पिछले साल की अपेक्षा सुगम है. उन्होंने कहा, ‘लेकिन सीमापार से दुश्मन अभी भी गतिविधि संचालित कर रहे हैं, सीमा पर आतंकवादी शिविर अब भी चल रहे हैं, हम स्थिति को लेकर चिंतित हैं.’
पाकिस्तान को लेकर एक सवाल पर उन्होंने कहा, ‘इस समय हमने सीमापार से गतिविधि चला रहे आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई में धरातल पर कुछ भी नहीं देखा.’ रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत को देखना चाहिए कि चीजें कैसे बढ़ती हैं. लेकिन इस बीच वार्ता जारी रहनी चाहिए और रिश्ते बनाने के प्रयास चलते रहने चाहिए.
उन्होंने कहा कि भारत को सतर्क रहना चाहिए क्योंकि आतंकवादी सीमापार से लगातार गतिविधि चला रहे हैं. एंटनी ने कहा कि सरकार लोगों के बीच विश्वास बढ़ाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है और तेजी से आर्थिक विकास एवं शांति बहाली के लिए जम्मू कश्मीर सरकार को पूरा समर्थन देने के लिए तैयार है.