चंडीगढ़ में एक सेमिनार में शामिल होने आए हुर्रियत कांफ्रेंस के नेता मीरवाइज उमर फारूक और बिलाल लोन के साथ कथित रूप से कश्मीरी पंडितों के एक समूह ने धक्कामुक्की की.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हालात उस समय बिगड़ गए जब एक समूह मंच की ओर बढ़ने लगा जहां अलगाववादी नेता बैठे थे.
समूह ने दोनों अलगाववादी नेताओं के साथ धक्कामुक्की की. लेकिन पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मंच को चारो ओर से घेर लिया.
घटना उस समय घटी जब मीरवाइज ने ‘कश्मीर और भारत पाकिस्तान संबंध’ विषय पर बोलना शुरु किया.
उमर ने की सशत्र सेना अधिनियम हटाने की सिफारिश
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सशत्र सेना विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) को शहरों से खत्म करने की सिफारिश की है.
1958 में भारतीय संसद द्वारा पारित यह अधिनियम सुरक्षा बलों को देश के अशांत क्षेत्र में विशेष शक्तियां प्रदान करता है. यह अधिनियम समय-समय पर देश अशांत क्षेत्र अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड और त्रिपुरा राज्यों में लगाया जाता रहा है.
1990 में इस अधिनियम के तहत जम्मू-कश्मीर को भी लाया गया.