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काटजू की नजर में हजारे, रामदेव का आंदोलन खोखला

सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और योगगुरू रामदेव के भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन को खोखला करार देते हुए भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू ने कहा कि कुछ नहीं होने वाला और भ्रष्टाचार अगले 15 साल तक बना रहने वाला है.

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मार्कंडेय काटजू
मार्कंडेय काटजू

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सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और योगगुरू रामदेव के भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन को खोखला करार देते हुए भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू ने कहा कि कुछ नहीं होने वाला और भ्रष्टाचार अगले 15 साल तक बना रहने वाला है.

काटजू ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना या रामदेव के आंदोलन से कुछ नहीं होने वाला. देश संक्रमण काल से गुजर रहा है और भ्रष्टाचार अगले 15 साल तक बना रहने वाला है.’ उन्होंने कहा, ‘भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे और रामदेव का आंदोलन खोखला है.’

काटजू ने कहा, ‘संक्रमण काल में कोई नैतिक संहिता नहीं है. भ्रष्टाचार अगले 15 साल तक बना रहने वाला है.’ मीडिया की जिम्मेदारी पर जोर देते हुए काटजू ने कहा कि प्रेस को देश के संक्रमण काल के सुगमता से गुजर जाने के लिए वैज्ञानिक और आधुनिक विचार पेश करने चाहिए.

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उन्होंने मीडिया से विज्ञान और प्रौद्योगिकी से जुड़ी जानकारी को देश के हर कोने में पहुंचाने को कहा. इलेक्ट्रानिक मीडिया को एक मीडिया परिषद के दायरे में लाने की जरूरत पर जोर देते हुए काटजू ने आरोप लगाया कि टीवी चैनल गंभीर रुख नहीं अपना रहे.

उन्होंने कहा, ‘इलेक्ट्रानिक मीडिया टीआरपी के पीछे दौड़ रहा है और फायदे के आगे उसे कुछ दिखाई नहीं देता.’ टीवी चैनलों का रवैया ‘गैर जिम्मेदाराना’ होने का आरोप लगाते हुए काटजू ने कहा कि सचिन का सौवां शतक, राहुल द्रविड़ का संन्यास लेना, देव आनंद का निधन और ऐश्वर्या राय के मां बनने जैसी घटनाएं जरूरत से ज्यादा बढ़ा चढ़ाकर दिखाई जाती हैं.

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