मध्य प्रदेश के आईपीएस ऑफिसर नरेंद्र कुमार के पिता ने कहा कि उनके बेटे की हत्या एक सोची समझी साजिश का हिस्सा है. इस बीच बीजेपी विधायक मोहन शर्मा पर नरेंद्र का तबादला कराए जाने का आरोप लगा है.
वहीं विधायक मोहन शर्मा ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि ये सारी बातें बेबुनियाद हैं. विधायक ने कहा कि तबादले के लिए मैंने कभी दबाव नहीं बनाया. इस बीच कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि विधायक के गुस्से की वजह से आईपीएस अधिकारी का तबादला किया गया.
केशव ने अपने बेटे की हत्या के लिए नेताओं और खनन माफिया के गठजोड़ को जिम्मेदार ठहराया है. इस बीच, नरेंद्र का अंतिम संस्कार शुक्रवार को मथुरा के पैतृक गांव में किया गया. इस जांबाज पुलिस अधिकारी की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा.
भारतीय पुलिस सेवा के नौजवान अधिकारी नरेंद्र कुमार की होली के दिन मध्य प्रदेश के मरैना जिले में ट्रैक्टर से कुचल कर हत्या कर दी गई थी. नरेंद्र की पत्नी मधुरानी तेवतिया भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की अधिकारी हैं और वर्तमान में मध्य प्रदेश में ही तैनात हैं और इस समय वह गर्भवती हैं.
नरेंद्र के पिता केशव ने इस हत्या के लिए स्थानीय पुलिस को भी जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि पुलिस सहयोग करती तो नरेंद्र की हत्या नहीं होती. उन्होंने कहा कि मेरा बेटा खनन माफिया के ट्रक जब्त करता था और स्थानीय पुलिस उसे छोड़ देती थी. केशव ने इस मामले की सीबीआई जांच कराने की भी मांग की है.
नरेंद्र कुमार सिंह पिछले एक महीने से मुरैना के बामौर में एसडीपीओ बनकरर आए थे और इस दौरान उनकी ओर से खनन माफिया के खिलाफ चलाई जा रही तेज मुहिम से हड़कंप मचा हुआ था. उन्होंने 10 दिन पहले ही रेत से भरे ट्रक और ट्रैक्टर जब्त किए थे.