नागर विमानन मंत्री वायलार रवि ने वित्तीय संकट के दौर से गुजर रही किंगफिशर एयरलाईन्स की राहत की अपील पर विचार करने का आश्वासन दिया है. उल्लेखनीय है कि कंपनी ने शुक्रवार को लगातार पांचवें दिन उड़ानों को रद्द करना जारी रखा.
इस बीच इसका शेयर बांबे स्टाक एक्सचेंज में शुरूआती कारोबार में 19.1 फीसद गिरकर अब तक के निम्नतम स्तर पर पहुंच गया पर बाद में कुछ संभल गया और गिरावट 9.45 प्रतिशत रही. रवि ने कहा कि किंगफिशर संकट के दौर से गुजर रही है. उन्होंने कहा कि माल्या ने उनसे मुलाकात की थी और इस संकट के बारे में बताया था.
उन्होंने कहा कि मैं वित्त मंत्री से बात करूंगा, ताकि प्रमुख बैंकों से कुछ मदद मिल सके. उड़ानें बंद होने से यात्रा करने वाले लोग प्रभावित होते हैं. रवि ने कि यह सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी या निजी क्षेत्र की इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. यह भारतीय विमानन कंपनी है. उन्हें वित्तीय सहायता नहीं मिल सकती इसलिए उन्होंने मुझसे बात की. हालांकि इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है कि माल्या द्वारा इस सप्ताह की गई अपील पर कोई पहल हुई है या नहीं.
रवि की टिप्पणी पर भाजपा नेता और पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने तीखी टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि किंगफिशर को सरकारी मदद देने की कोई वजह नहीं है. हम ऐसी पहल का समर्थन नहीं कर सकते. कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि यह देखना होगा कि बाजार अर्थव्यवस्था में सरकार निजी कंपनी को राहत देने के लिए कदम बढ़ाएगी या फिर वह प्रतिस्पर्धा में समर्थ को ही टिकने की मंजूरी देगी.