वामपंथी शासन को उखाड़ सत्ता में आई पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार राजधानी कोलकाता को लंदन और राज्य के उत्तरी छोर पर स्थित दार्जिलिंग को नया स्विटजरलैंड बनाना चाहती हैं.
केवल इतना ही नहीं वह सुंदरबन देखने आने वाले पर्यटकों को वहां अफ्रीकी जंगलों के भ्रमण का अनुभव कराना चाहती है.
मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद पहली बार यहां पहुंची ममता बनर्जी ने कहा, ‘हम कोलकाता को भी विकसित करना चाहते हैं, कोलकाता एक और लंदन क्यों नहीं बन सकता, हम सुंदरबन क्षेत्र में पर्यटन आधारित उद्योगों को बढावा देना चाहते हैं. अफ्रीकन सफारी की तरह सुंदरबन में भी कुछ क्षेत्रों का विकास किया जा सकता है. दार्जिलिंग को हम अपना स्विटजरलैंड बना सकते हैं.’
ममता बनर्जी यहां योजना आयोग में राज्य की 2011-12 की वार्षिक योजना को अंतिम रूप देने के लिये पहुंची थी. आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया के साथ हुई बैठक के बाद राज्य की 22,214 करोड़ रुपये की वार्षिक योजना को मंजूरी दे दी गई. इससे पिछले साल की वार्षिक योजना 17,985 करोड़ रुपये की थी.
बनर्जी ने इस मौके पर संवाददाताओं के साथ बातचीत में कहा कि उनकी सरकार पर्यटन और ढांचागत सुविधाओं के विकास पर गौर करेगी. राज्य में निवेश के लिये बेहतर माहौल तैयार करना भी उनकी प्राथमिकता में शामिल है. उन्होंने कहा कि कोलकाता का मेट्रो नेटवर्क विकास परियोजना के अनुरुप विकसित किया जायेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के साथ हाल में हुये समझौते के बाद क्षेत्र में स्थिरता आई है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार राज्य के अन्य क्षेत्रों के विकास पर भी विशेष ध्यान देगी, दार्जलिंग के अलावा जंगलमहल और सुदरबन के विकास पर भी ध्यान दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि इससे उद्योगों और पर्यटन दोनों के विकास के लिये बेहतर माहौल बनेगा.
योजना आयोग में हुई बैठक के दौरान बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में संपर्क सुविधा और बेहतर बनाने में केन्द्र से मदद मांगी. उन्होंने राज्य के माल्दा, शांतिनिकेतन, हल्दिया और सुदरबंन क्षेत्र को हवाई सुविधा से जोडने का आग्रह भी किया.
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में छोटे और मझौले उद्योगों के विकास के लिये राज्य सरकार ने 17 औद्योगिक परिसर बनाने की योजना बनाई है. सूत्रों के अनुसार इन औद्योगिक शंकुलों में 5,000 औद्योगिक इकाईयां स्थापित होंगी और इनमें से छह शंकुल अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों में स्थापित किये जायेंगे.